उज्जैन। एक तरफ प्रशासन महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियों में जुटा हुआ है। इस बीच बुधवार सुबह भक्तों का सैलाब बाबा महाकाल के दर्शनों के लिए उमड़ा। सारी व्यवस्थाएं धरी रह गई। देखते ही देखते दर्शनार्थियों की कतार चारधाम मंदिर के सामने तक पहुंच गई। धक्कामुक्की के बीच भक्त महाकाल के जयकारे लगाते रहे। भीड़ अधिक होने के कारण मोबाइल के काउंटर भी बंद करना पड़े।
बुधवार सुबह अचानक हजारों भक्तों की भीड़ भगवान श्री महाकाल के दर्शनों के लिए पहुंचने लगी। दर्शनार्थी कतार में लगना शुरू हुए तो देखते ही देखते कतार चारधाम मंदिर तक पहुंच गई। व्यवस्थाओं में जुटे कर्मचारी भी इतनी भीड़ देखकर हतप्रभ रह गए। कतार में धक्का मुक्की होती रही।
बुधवार को दोपहर 1 बजे तक डेढ़ लाख से अधिक भक्तों ने भगवान के दर्शन कर लिए थे। वहीं लगातार भीड़ बढ़ रही है। अनुमान है कि शाम तक तीन लाख लोग मंदिर पहुंच सकते हैं। मंदिर समिति ने मोबाइल के लॉकर भी बंद कर दिए और भक्तों को मोबाइल सहित मंदिर में जाने की छूट दे दी गई।
सीहोर जाने से पहले महाकाल के दरबार में
सीहोर में पं. प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरश्वरधाम में 16 फरवरी से महाशिवरात्रि पर्व को लेकर महोत्सव शुरू हो रहा है। इसमें भक्तों को रूद्राक्ष का वितरण किया जाएगा। सीहोर जाने के लिए मालवा-निमाड़ से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु सीहोर पहुंच रहे हैं। उज्जैन होते हुए निजी वाहनों और बसों से जा रहे हैं। ये लोग मंगलवार रात में उज्जैन रुके और बाबा महाकाल के दर्शनों के लिए बुधवार सुबह से ही कतार में लग गए। इसी कारण अचानक भीड़ बढ़ गई हैं।
तड़के 4 बजे से शिप्रा स्नान, लगी भीड़
बुधवार तड़के 4 बजे से मोक्षदायिनी शिप्रा स्नान के लिए घाटों पर भीड़ लगी हुई है। बुधवार को पर्व स्नान नहीं होने के कारण प्रशासन ने विशेष इंतजाम भी नहीं किए थे। इस कारण वहां भी व्यवस्था बिगड़ गई। पुलिस बल और तैराक दल भी तैनात नहीं था। कई श्रद्धालुओं का सामान और कपड़े भी बदमाश चुरा ले गए।
ये बोले मंदिर प्रशासक
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक संदीप सोनी से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि व्यस्था पूरी तरह से ठीक हैं। चारधाम मंदिर तक तो श्रद्धालुओं की भीड़ अक्सर होती रहती है। इतने श्रद्धालुओं तो प्रतिदिन मंदिर आते हैं। महाशिवरात्रि पर भी आसानी से दर्शन होंगे।