Ranchi : कुख्यात सुजीत सिन्हा गैंग के दो गुर्गों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार गुर्गों के नाम विक्की वर्मा उर्फ सशांक उर्फ डेविल और आयुष राज उर्फ छोटू बताये गये। करीब 32 साल का विक्की रांची के कोतवाली थाना क्षेत्र के कचहरी रोड का रहनेवाला है। वहीं, आयुष राज पंडरा ओपी क्षेत्र के रातू रोड के अखरा गली में रहता है। रांची की ओरमांझी पुलिस ने विक्की उर्फ डविल को बीते 17 जनवरी को छत्तीसगढ़ के रायपुर से धरा था। वहीं, आयुष राज को 18 जनवरी को विकास गोलचक्कर (शालीमार नर्सरी) के पास से अरेस्ट किया गया। दोनों के पास से एक पीस टैब, दो पीस मोबाइल फोन, एक पैकेट डायरी और एक बैग जब्त किया गया। इस बात का खुलासा आज रांची के रुरल एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने किया।

एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि बीते 22 नवंबर 2022 को रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र के फटाही प्लॉट पर संजीव जायसवाल, जावेद अंसारी और आजाद अंसारी काम कर रहे थे। तभी एक बाइक पर सवार दो अपराधियों ने इन लोगों पर फायरिंग कर दी थी। इस फायरिंग में जावेद और आजाद को एक-एक गोली लगी थी। संजीव जायसवाल ने ओरमांझी थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। उसने बताया था कि कुख्यात सुजीत सिन्हा के गुर्गे लगातार रंगदारी माग रहे थे। रंगदारी नहीं देने के चलते गोली-बारी की गयी है। मामले में SIT गठित की गयी थी। तफ्तीश के दरम्यान खुलासा हुआ कि कांड को अंजाम सुजीत सिन्हा के गुर्गों ने ही दिया था। ATS और टेक्निकल सेल की मदद से SIT एक संदेही गुनहगार जिशान शेख उर्फ रिक्की खान को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वहीं, अब दो और संदेही को दबोचा गया है। गिरोह के अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिये पुलिस लगातार छामेपारी कर रही है। विक्की वर्मा उर्फ सशांक वर्मा उर्फ डेविल के खिलाफ रांची के लालपुर और कांके थाना में एक-एक मामला पहले से दर्ज है।

इन दोनों को दबोचने में सिल्ली DSP अनुज उरांव, ओरमांझी थानेदार इंस्पेक्टर अनिल कुमार तिवारी, एसआई रंजीत कुमार महतो, सतीश कुमार, नितीश कुमार और सिपाही रघुवंश यादव की सराहनीय भूमिका रही।

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