पटना। पटना के रिहायशी इलाक़े से थोड़ी दूर एक खाली ज़मीन पर सुबह-सुबह एक महिला की लाश मिली है. 45 साल की उस महिला की लाश के पास बिखरे ख़ून से शक उसकी हत्या का बना हुआ है।
आनन-फानन में पटना पुलिस ने लाश को बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आगे की तफ्तीश में जुटी है।
लाश का बारीकी से मुआयना करने पर रिपोर्ट में महिला को गोली मारने के बात सामने आई है।
रिपोर्ट में पाया गया की गोली बिल्कुल क़रीब से सटा कर मारी गई है। कातिलों की गोली से महिला के सिर और चेहरे का एक बड़ा हिस्सा गायब हो गया था.
यकीनन मामला सिर्फ़ क़त्ल का नहीं, बल्कि दुश्मनी का भी मालूम पड़ रहा था. अपने पहनावे से महिला किसी हाई प्रोफ़ाइल बैकग्राउंड की लगती थी.
ये एक महिला के क़त्ल का बेहद संगीन मामला था, पुलिस भी हरकत में आ गई है. तफ्तीश जारी थी और इसी बीच पुलिस को पता चला कि पटना के ही एसके पुरी थाने में इसी रोज़ सुबह एक महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई गई है. नौबतपुर पुलिस ने एसके पुरी थाने की पुलिस से बात की और रिपोर्ट लिखवानेवाले के बारे में जानकारी जुटाई.
ये कोई मामूली शख्स नहीं, बल्कि शहर के जाने-माने डेंटिस्ट डॉ. विश्वजीत थे. जिन्होंने पुलिस को बताया था कि उनकी बीवी रिमझिम चतुर्वेदी बीती रोज़ यानी 23 नवंबर की शाम को अपने ब्यूटी पार्लर से गायब हैं.
क्या था मामला?
डॉ. विश्वजीत ने बताया था कि रिमझिम आखिरी बार किसी के साथ मींटिग में जाने की बात कह कर ब्यूटी पार्लर से निकली थी, फिर इसके बाद लौट कर नहीं आई. रात को घरवाले देर तक रिमझिम का इंतज़ार करते रहे. लेकिन ना तो रिमझिम का कुछ पता चला और ना ही उससे मोबाइल पर कोई बात ही हो सकी. उसके पास दो मोबाइल नंबर थे लेकिन दोनों के दोनों बंद आ रहे थे. रात को ही घरवालों ने गूगल के ज़रिए रिमझिम के मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रैक करने की कोशिश की और सुबह होते ही पुलिस के पास पहुंचे, लेकिन पहले तो पुलिस ने घरवालों को लौटा दिया, लेकिन बाद में एक रिपोर्ट दर्ज कर ली.
बाद में नौबतपुर पुलिस ने डॉ. चतुर्वेदी और उनके घरवालों को लाश की पहचान करने के इरादे से बुलाया और लाश देखते ही घरवाले जिस तरह बेचैन हो गए, वो ये साबित करने के लिए काफ़ी था कि लाश डॉ. विश्वजीत की बीवी रिमझिम की ही थी. लेकिन अब सवाल ये था कि आखिर रिमझिम का क़त्ल क्यों किया गया? एक ब्यूटीशियन से आख़िर किसी की ऐसी क्या दुश्मनी हो सकती थी? घरवालों को रिमझिम के इस दुश्मनी की कोई खब़र क्यों नहीं लगी? और सबसे अहम ये कि आख़िर 23 नवंबर की शाम को वो किसके साथ मीटिंग की बात कह कर अपने ब्यूटी पार्लर से निकली थी?
कैसे हुआ खुलासा?
अब पुलिस ने रिमझिम के बारे में सारी डिटेल जुटानी शुरू की. पूछताछ घरवालों के साथ-साथ उसके ब्यूटी पार्लर में उसके पास काम करनेवाली लड़कियों से भी सवाल जवाब शुरू कर दिए. लेकिन पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिए मामले की तफ्तीश आगे बढ़ाने की कोशिश की. पुलिस ने एसकेपुरी में उसके ब्यूटी पार्लर के पास वाले तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की और रिमझिम के मोबाइल फ़ोन की सीडीआर भी निकलवाई. इस कोशिश से पुलिस को इस मामले में पहला सुराग़ मिला.
पुलिस ने फुटेज में देखा कि रिमझिम एसके पुरी से एक स्विफ्ट कार में बैठ कर किसी के साथ बाहर निकल गई. पुलिस ने अलग-अलग कैमरों के ज़रिए इस स्विफ्ट कार को ट्रैक करना शुरू किया. इससे पुलिस को ना सिर्फ़ कार के नंबर का पता चला, बल्कि पुलिस ने देखा कि कार बेली रोड, रुपसपुर फ्लाईओवर, दानापुर होते हुए नौबतपुर की तरफ़ गई. ये कार पटना के ही रहनेवाले कमल नाम के एक शख़्स की थी. कमल सीधे तौर पर तो रिमझिम को नहीं जानता था, लेकिन कमल का एक साथी रोहित रिमझिम के काफ़ी क़रीब था.
उधर, सीडीआर की जांच से पता चला कि उस रोज़ गायब होने से पहले भी रिमझिम की मोबाइल फ़ोन पर रोहित से कई बार बात हुई थी. पुलिस अब जल्द से जल्द रोहित तक पहुंचना चाहती थी, लेकिन रोहित गायब था. और ये उस पर शक करने की एक और वजह थी. रोहित पटना से बाहर मुजफ्फरपुर में किसी फैमिली फंक्शन में शामिल होने गया था. पुलिस उसके ट्रैक करती रही और क़त्ल के तीन रोज़ बाद 26 नवंबर को जैसे ही रोहित पटना लौटा, पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया. रोहित पहले तो क़त्ल का जुर्म कबूल करने में आनाकानी करता रहा, लेकिन बाद में उसने ना सिर्फ़ रिमझिम की जान लेने की बात मान ली, बल्कि क़त्ल की ऐसी वजह बताई कि सुन कर पुलिसवाले भी सन्न रह गए.
ये थी कत्ल की वजह
सच्चाई ये है कि पुलिस को रोहित की बातों पर यकीन ही नहीं हुआ और तसल्ली के लिए पुलिस ने रोहित के कबूलनामे के बावजूद उससे लगातार तीन बार पूछताछ की और तब जाकर इस नतीजे पर पहुंचे कि वो जो भी कह रहा है, सच कह रहा है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों में रोहित की ज़िंदगी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था. चाहे वो दफ्तर की बात हो, घर की या फिर रिश्तों की. हालत ये हो गई थी कि उस पर लाखों रुपये का उधार चढ़ चुका था. पैसे वापस मांगनेवालों को उसके लिए जवाब देना तक भारी पड़ने लगा था. इन हालात के बीच वो धीरे-धीरे डिप्रेशन में चला गया. अब उसे रह-रह कर पैनिक अटैक आने लगे. अकेले बैठे-बैठे उसे बुरे-बुरे ख्याल आने लगे. उसे सबकुछ छोड़ कर कहीं भाग जाने का जी करता. आम तौर पर इन हालात में इंसान कई बार अपना ही नुकसान कर बैठता है. ऐसे मामले खुदकुशी की वजह भी बनते हैं. लेकिन यहां बिल्कुल उल्टा हुआ.
लेकिन इससे पहले कि हम आपको इस अजीबोग़रीब क़त्ल की वजह बताएं, पहले ये जान लीजिए कि आख़िर ये क़त्ल हुआ कैसे? असल में इस क़त्ल के लिए रोहित ने चार शूटर्स को पूरे चार लाख रुपये की सुपारी दी थी और ये सुपारी भी उसने अपनी जेब से नहीं दी, बल्कि ये रुपये उसने चंद रोज़ पहले उसी रिमझिम से उधार लिए, जिसका उसने क़त्ल करवाया. असल में रोहित की माली हालत काफ़ी खराब थी और वो खुद पर चढ़ चुके क़र्ज़ से बाहर निकलने के लिए छटपटा रहा था, उसने इसी बहाने से रिमझिम से 4 लाख रुपये उधार मांगे और रिमझिम ने 15 परसेंट ब्याज पर उसे ये राशि दे दी. लेकिन उसे क्या पता था कि उसके इन्हीं रुपयों से रोहित उसका क़त्ल करवा देगा. असल में रिमझिम एक पढ़ी लिखी महिला और ब्यूटीशियन होने के बावजूद तंत्र-मंत्र और जादू टोना करती थी. वो अपने जानकार रोहित की पहले तंत्र-मंत्र के ज़रिए कई बार मदद भी कर चुकी थी. इस बार क़त्ल के लिए रोहित ने रिमझिम नौबतपुर में एक ज़मीन खरीदने की बात कही और कहा कि वो चाहता था कि रिमझिम एक बार वहां चल कर उस ज़मीन को अपनी आंखों से देख ले और ये बता दे कि ये डील उसके लिए सही रहेगी या नहीं. रिमझिम इसके लिए राज़ी हो गई. रोहित उसे लेकर नौबतपुर के एक खाली प्लॉट में पहुंचा. वहां रिमझिम ने तांत्रिक क्रियाएं कीं, अपनी जीभ से वहां कि मिट्टी चाटी और बताया कि ज़मीन सही है.
जैसे ही रिमझिम ने रोहित को एक्सपर्ट कमेंट दिया और उधर, पहले से ही वहां घात लगाए इंतज़ार कर रहे रोहित के साथी कमल और चार सुपारी किलर्स ने उसे गोली मार दी. रोहित और कमल ने चार सुपारी किलर्स से ये डील 4 लाख रुपये में डन की थी. एडवांस के तौर पर उन्हें 2 लाख रुपये दे दिए गए थे और फिर तय साज़िश के मुताबिक पहले रोहित रिमझिम को धोखे से अपने साथ एक सुनसान ठिकाने पर लेकर आया और वहां पहले से ही घात लगाए बैठे उसके दोस्त कमल और सुपारी किलर्स ने रिमझिम की गोली मार कर जान ले ली.
असल में रोहित, रिमझिम को करीब चार सालों से जानता था. एक प्राइवेट कंपनी में काम करनेवाले रोहित की मुलाकात रिमझिम से उसकी एक कॉमन फ्रेंड ने करवाई थी. चूंकि रिमझिम जादू टोना करती थी, रोहित ने उसे अपनी परेशानियां बतानी शुरू कर दीं. रिमझिम ने रोहित को टोना टोटका से जुड़े कुछ उपाय भी बताए और इससे उसे शुरुआत में फायदा भी हुआ. लेकिन अब रोहित रिमझिम से दूर जाना चाहता था. लेकिन रिमझिम उसे डराती थी कि अगर उसने उससे पीछा छुड़ाया, तो उसका बुरा होगा.
रोहित के परिवार में हाल ही में एक मौत भी हुई और तब रिमझिम ने कहा कि ये उससे दूर जाने की कोशिश का ही नतीजा है. ऐसे में रोहित ने रिमझिम से हर हाल में पीछा छुड़ाने का फैसला कर लिया. और उसे रिमझिम से पीछा छुड़ाने का जो इकलौता तरीका समझ में आया, वो था उसका क़त्ल कर देना. रोहित ने इस क़त्ल के लिए पूरी प्लानिंग की. उसने सबसे पहले अपने एक दोस्त कमल को सारी बातें बताईं. दोनों ने मिल कर सुपारी किलर्स ढूंढे और तब रोहित ने सुपारी किलर्स को चार लाख रुपये की सुपारी दे दी. ये रुपये भी उसने रिमझिम से ही ब्याज पर उधार लिए थे. रिमझिम को क़रीब से जाननेवाले उसके दोस्तों ने उसे लेकर कई अजीब कहानियां पुलिस को सुनाईं हैं. दोस्तों ने बताया कि रिमझिम कई बार आधी रात को क़ब्रिस्तान भी जाती थी और वहां जाकर कुछ क़ब्र पर खून चढ़ाती थी. इसके लिए वो कई बार अपनी कलाई काट चुकी थी. पुलिस ने जब उसकी लाश का मुआयना किया, तो उसे भी कलाई पर कट के कई निशान मिले. पुलिस को जांच में पता चला है कि रिमझिम रोहित को कुछ खास दिनों पर ही कॉल करती थी, उसे लगता था कि उन दिनों में उसकी तांत्रिक शक्तियों का असर सबसे ज़्यादा होता है. लेकिन सितम देखिए कि ये तांत्रिक शक्तियां ही उसकी मौत की वजह बन गई.