Ranchi : रसूखदार दबंग भू-माफिया कमलेश कुमार का खूंटा एक बार फिर डोल गया। आज यानी शुक्रवार को ED की टीम ने कमलेश कुमार के ठिकानों पर रेड मारी। कमलेश के कांके रोड स्थित एस्टर ग्रीन अपार्टमेंट और चेशायर होम के पास के ठिकानों पर छापेमारी की है। रेड के दरम्यान ED की टीम ने कमलेश के ठिकानों से करीब एक करोड़ कैश और 100 पीस जिंदा गोलियां जब्त की है। जानकारों का कहना है कि मामूली फोटोग्राफर से बड़ा भू-माफिया बने कमलेश कई बेईमान पुलिस अधिकारियों और तथाकथित पत्रकारों का दुलारा है। ED की रेड के बाद कुछ वैसे सफेदपोश भी बेनकाब होंगे, जो भू-माफिया कमलेश कुमार से गाहे-बगाहे माल टानते रहे हैं। कुछ चेहरे तो चौंकाने वाले बेनकाब होंगे। कमलेश बिकाऊ सिस्टम का बढ़िया खरीदार बनकर हर तरह के कांटा को निकालने में माहिर है। अगर ED तह तक पहुंची तो कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आ सकती है। मिली गोलियां इस बात के गवाह हैं कि बहुत जल्द ED उम्दा किस्म के हथियारों तक पहुंच सकती है। माफिया कमलेश के ठिकानों पर ED की रेड की फैली खबर के बाद से ही उसके कई पनाहगार और मददगार हांफने लगे हैं। कमलेश का कुछ नहीं बिगड़ने देने का दावा करने वाले उसके कुछ रहबर के इस बार पसीने छूट सकते हैं। कुछ साल पहले यानी 27 नवम्बर 2020 को कांके पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था, तब वह तुरंत जेल से छूट गया था। उसके जेल से बाहर आते ही एक आला पुलिस अधिकारी का कहना था कि जिसकी जेब में रिश्वत की चाबी होती, वो ज्यादा दिनों तक हवालात में नहीं रहते।
करीब एक दशक पहले अलग-अलग रंग के हवाई चप्पल पहन रांची में एंट्री करने वाले कमलेश ने शुरू में एक स्थानीय अखबार में फोटोग्राफर की नौकरी पकड़ ली। फोटो खींचते-खींचते उसने एक आला पुलिस अधिकारी के घर तक आना-जाना शुरू कर दिया। एक IPS की पत्नी की मेहरबानी ने उसे बड़ा जमीन माफिया बना दिया। वो मालामाल होते चला गया। बाइक से लेकर कार तक गिफ्ट लेने वालों ने उसका पूरा साथ दिया। कई सफेदपोशों को वो टूर पैकेज भी बतौर गिफ्ट देने लगा। कांके में पुलिस हाउसिंग कॉपरेटिव बसाते ही उसकी तकदीर बदल गई। कई आला अधिकारियों की रहमत की बारिश होते ही कमलेश ने कांके के जुमार नदी को समतल करना शुरू कर उसे प्लाटिंग कर बेचना शुरू कर दिया। उसने कई लोगों से गिफ्ट में जमीन देने का भी वादा कर डाला। इसमें कुछ बड़े ओहदे पर काबिज लोगों की पत्नियां भी शामिल है। इससे पहले BAU की जमीन पर कब्जा और सरकारी जमीन पर पुलिस सोसाइटी बसाने को लेकर भी माफिया कमलेश का नाम पुलिस फाइल में दर्ज है। मददगार बने कांके के तत्कालीन CO अनिल कुमार को सस्पेंड कर दिया गया था, वहीं रजिस्टार को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। इसके बावजूद उसके दो नंबरी धंधे पर कोई असर नहीं पड़ा। एक रिसोर्ट का भागीदार भी बन गया। जमीन माफिया कमलेश पर जमीन घोटाले से संबंधित कई केस दर्ज हैं।
सूत्रों के अनुसार ED के पंजे में आये शेखर कुशवाहा से कई अहम जानकारी मिली। कमलेश के ठिकानों से ED ने कई तरह के दस्तावेज मिले हैं। कमलेश कुमार को लेकर ED के पास कई चौंकाने वाली जानकारियां है। झारखंड के एक बड़े पुलिस अधिकारी माफिया कमलेश के चलते ही विवादों में फंसे थे और मामला कोर्ट तक पहुंच गया था। कमलेश पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी इल्जाम है। जाली दस्तावेज के जरिये करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप है।
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