लखनऊ। राजभवन के गांधी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से गुरुवार को प्रान्तीय सिविल सेवा 2018 तथा 2019 बैच के 59 परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने मुलाकात की। राज्यपाल ने कहा कि आज आप अपना व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने-अपने तैनाती क्षेत्र में जा रहे हैं। सरकार तथा आम आदमी की आपसे बहुत अपेक्षाएं हैं, आपका दायित्व है कि आप अपनी जिम्मेदारी को समझें और सेवा भाव से कार्य करें।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रशिक्षु अधिकारियों को सुझाव दिया कि वे जिस पद अथवा क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, जनता की परेशानियों को ध्यान से सुने तथा उसको दूर करने का हर सम्भव प्रयास करें। प्रत्येक अधिकारी कम से कम एक गांव को आदर्श गांव अवश्य बनाये। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों को सुविधा सम्पन्न बनाएं, देश को टी.बी. मुक्त बनाने हेतु क्षय रोग ग्रसित बच्चों को गोद लेने की सलाह दी, इससे आपको संतुष्टि मिलेगी।
राज्यपाल ने कहा कि सभी अधिकारियों का दायित्व है कि अपने विभाग के अतिरिक्त सम्बन्धित अन्य विभागों से समन्वय बनाकर कार्य करें ताकि पत्रावलियों के निस्तारण में तेजी आये। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को चाहिए कि वे अपने क्षेत्र के विश्वविद्यालय तथा शिक्षण संस्थाओं का भ्रमण कर वहां की समस्याओं के निस्तारण में सहयोग करें तथा ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रही बीमारियों जैसे सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, मधुमेह, रक्तचाप आदि घातक बीमारियों के संबंध में जागरूकता के साथ-साथ जांच के लिए शिविर लगाकर उपचार में सहयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि सर्वाइकल कैंसर का टीका भी आ गया है, जिसकी दोनो डोज लगने से समय पर इस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है, जिस तरह अभियान चलाकर कोविड टीकाकरण हुआ है। उसी प्रकार सर्वाइकल कैंसर का भी टीकाकरण अभियान चलाकर कराएं।
इस अवसर पर प्रशिक्षु अधिकारियों ने परिवीक्षा अवधि में किये गये कार्यों तथा उनसे प्राप्त अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक देवेश चतुर्वेदी, उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी, लखनऊ के महानिदेशक एल. वेंकटेश्वर लू सहित प्रशिक्षु अधिकारी मौजूद थे।