Nawada : नवादा जिले की वारिसलीगंज पुलिस ने सोमवार को तीन साल पहले हुई हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। ससुर शिवशंकर सिंह की हत्या के इल्जाम में राहुल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। राहुल ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। नवादा थाना क्षेत्र के मुड़लाचक मोहल्ला स्थित समीचक निवासी स्वर्गीय बंगाली सिंह के बेटे शिवशंकर सिंह की 15 दिसम्बर 2020 को हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद मृतक शिवशंकर की छोटी बेटी शालिनी कुमारी का अपहरण कर लिया गया था।
इस मामले में 16 दिसम्बर 2020 को मृतक के बेटे संटू कुमार के लिखित आवेदन पर वारिसलीगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज किया गया था। घटना को तकरीबन तीन साल बीत जाने के बाद भी इस सनसनीखेज मामले का उद्भेदन किया गया। पकरीबरावां एसडीपीओ महेश कुमार चौधरी के नेतृत्व में वारिसलीगंज थानेदार आशीष कुमार मिश्रा और अनुसंधानकर्ता राजू कुमार को हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का टास्क दिया गया था।
तफ्तीश के दौरान गुप्त सूचना के आधार पर प्रदेश के समस्तीपुर जिला के रोसड़ा थाना क्षेत्र के सहियारडीह निवासी संजय सिंह के बेटे राहुल सिंह जो मृतक शिवशंकर का दामाद है। उसके घर से अपह्रत शालिनी को बरामद किया गया। साथ ही राहुल को भी गिरफ्तार कर पुलिस अपने साथ वारिसलीगंज लायी। जहां कड़ाई से पूछताछ में राहुल सिंह टूट गया औऱ अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस को दिये अपने बयान में राहुल ने बताया कि शिवशंकर की हत्या कर शालिनी को अपहरण उसी ने किया था।
यह खुलासा पकरीबरावां एसडीपीओ महेश कुमार चौधरी ने मीडिया के सामने किया। उन्होंने बताया कि घटना के संबंध में गिरफ्तार राहुल ने बताया कि उनकी शादी मृतक के बड़ी बेटी खुशबू कुमारी के साथ वर्ष 2011 में हुई थी। परन्तु पत्नी खुशबू राहुल के बहनोई वैशाली जिला के महुआ थाना क्षेत्र के तरौरा निवासी राजवीर सिंह के बेटे आनंद प्रकाश सिंह के साथ चली गई और उसी के साथ रहने लगी। इस घटना से राहुल काफी आक्रोशित हो गया और अपने ससुर शिवशंकर के पास आकर मामले को सुलझाने की विनती की। परन्तु ससुर शिवशंकर उसका साथ नहीं दिया।
एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार राहुल का कहना है कि उस घटना से उग्र हो बदला लेने के लिए 15 दिसम्बर 2020 को ससुर शिवशंकर सिंह की हत्या कर दी। हत्या के संबंध में राहुल ने बताया कि सोए हुए अवस्था में सबसे पहले ईंट से सिर पर वार किया, फिर छुरा से गर्दन रेत कर मौत की नींद सुला दी। बाद में मृतक के बगल वाली कमरे में सोई मृतक की छोटी पुत्री शालिनी जो मंद बुद्धि की है, उसे अपने साथ लेते गया। हालांकि मंद बुद्धि के कारण पिता की हत्या की भनक तक बेटी शालिनी को नहीं लग पाई थी।
भागने के बाद कुछ दिन तक राहुल व शालिनी भिन्न भिन्न जगहों पर किराए के मकान में रहा। एक वर्ष बीत जाने पर दोनों घर पर रहने लगा। शालिनी से राहुल मंदिर में शादी भी कर लिया। घर में शालिनी को छुपा कर रखा जाता था,ताकि कोई देख न सके। एसपी द्वारा गठित टीम के अथक प्रयास से घटना का उद्भेदन कर गिरफ्तार राहुल को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
उक्त घटना के वक्त जिले की कमान एसपी हरि प्रसाद एस के पास थी। उन्होंने भी घटना के उद्भेदन की दिशा में काफी प्रयास किया था। परन्तु सफलता हाथ नहीं लगी थी। शिवशंकर की मौत और शालिनी का अपहरण से गुस्साए लोगों ने वारिसलीगंज बाजार बंद कराया था। शिवशंकर हत्या कांड की गुत्थी सुलझने से पुलिस पदाधिकारियों ने राहत की सांस जरूर ली।
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