नई दिल्ली। देश में कोविड-19 मरीजों के डबलिंग रेट, रिकवरी रेट और डेथ रेट, तीनों मोर्चों पर खुशखबरी मिल रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अगरवाल ने कोरोना पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इसकी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने तीनों के अलग-अलग आंकड़े पेश किए जिनसे पता चलता है कि कोरोना की लड़ाई में देश को बड़ी कामयाबी मिल रही है।

लव अग्रवाल ने बताया कि देश का डबलिंग रेट लॉकडाउन से पहले 3.4 दिन था जो अब बढ़कर 11 दिन हो गया है। इससे भी अच्छी बात यह है कि कुछ राज्यों का डबलिंग रेट राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा, ‘दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, तामिलनाडु और पंजाब में 11 से 20 दिन का डबलिंग रेट है। कर्नाटक, लद्दाख, हरियाणा, उत्तराखंड और केरल में कोविड-19 मरीजों का डबलिंग रेट 20 से 40 दिन के बीच पाया गया। वहीं, असम, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में डबलिंग रेट 40 दिन से भी ऊपर पाया गया है।’

लगातार बढ़ रही है रिकवरी रेट

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 1,718 नए केस आए और अब कुल कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 33,050 हो गई है। इनमें 23,651 ऐक्टिव केस हैं। 24 घंटों में 630 मरीज ठीक भी हुए हैं और अब तक देश में कुल 8,324 कोविड-19 मरीज ठीक हो चुके हैं। इस तरह देश में कोविड-19 रिकवरी रेट बढ़कर 25.19% हो गया है। 14 दिन पहले रिकवरी रेट सिर्फ 13.06% थी। इससे पता चलता है के रिकवरी रेट के मामले में देश को तेजी से कामयाबी मिल रही है।

कोरोना का डेथ रेट

श्री अग्रवाल ने बताया कि अब तक देशभर में 3.2% कोविड-19 मरीजों की मौत हुई है। मरने वालों में 65% पुरुष जबकि 35% महिलाएं हैं। उम्र के लिहाज से बात करें तो 45 से कम उम्र के सिर्फ 14 प्रतिशत मरीजों की मौत हुई है। वहीं, 45 वर्ष से 60 वर्ष की उम्र के 34.8 प्रतिशत कोविड-19 मरीजों ने दम तोड़ा है। वहीं, 60 से ऊपर 51.2 प्रतिशत कोरोना मरीजों की मौत हुई है। इनमें 60-75 वर्ष की उम्र के 42 प्रतिशत जबकि 75 से ऊपर 9.2 प्रतिशत कोरोना मरीजों की मौत हुई है। ध्यान देने की बात यह है कि कोविड-19 से मरने वाले 78 प्रतिशत मरीजों को कोई-न-कोई दूसरी बीमारी थी या वो उम्रदराज थे। अब तक कुल 1,074 कोविड मरीजों की मौत हुई है।

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