लखनऊ। योगी सरकार बंजर, बीहड़ और असमतल भूमि को कृषि योग्य बनाकर खेती का दायरा बढ़ाएगी। इससे उत्पादन तो बढ़ेगा ही, साथ ही किसानों की आय में भी वृद्धि होगी। प्रदेश सरकार पं. दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना के तहत कुल एक लाख 71 हज़ार हेक्टेयर से अधिक भूमि को खेती योग्य बनाएगी।

देश और प्रदेश में लगातार जनसंख्या बढ़ती जा रही है। बढ़ती जनसंख्या के अनुरूप अन्न उत्पादन बढ़ाना जरूरी है। शहरों के विस्तार से उपजाऊ भूमि घटती जा रही है। ऐसे में कृषि योग्य भूमि को बढ़ाना जरूरी है। उत्तर प्रदेश में जमीन का बड़ा हिस्सा ऐसा है, जहां परिस्थितियों के चलते किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं। बीहड़, बंजर, असमतल और जलभराव के कारण काफी जमीन बेकार पड़ी है।

शासन के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार ऐसी भूमि को सुधार कर खेती योग्य बनाना चाहती है। सरकार कुल एक लाख 71 हजार 386 हेक्टेयर भूमि को सुधार कर कृषि योग्य बनाएगी। इसके लिए 477.33 करोड़ राशि प्रस्तावित है। भूमि सुधार से भूगर्भ जलस्तर में भी बढ़ोत्तरी होगी। इससे सिंचाई और पेयजल की उपलब्धता में सुधार होगा।

उल्लेखनीय है कि पं. दीनदयाल किसान समृद्धि योजना के तहत पिछले पांच साल में एक लाख 41 हजार 840 हेक्टेयर भूमि सुधार कर खेती के योग्य बनाया गया है। इसके लिए 291.10 करोड़ रुपये का वित्तीय पोषण किया गया है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, जिन क्षेत्रों में यह योजना लागू की गई है, वहां की उत्पादकता में औसतन 8.58 कुंतल की वृद्धि हुई है। साथ ही किसानों की आय में 48.53 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। इन क्षेत्रों में भूगर्भ जलस्तर में 1.42 मीटर की वृद्धि भी देखी गई है।

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