Ranchi : राजधानी रांची के अनगड़ा में डायन बिसाही का इल्जाम लगा 60 साल के बुजुर्ग बालेश्वर उरांव की हत्या पर झारखंड हाई कोर्ट के जज और झालसा के कार्यपालक अध्यक्ष सुजित नारायण प्रसाद ने संज्ञान लिया है। उन्होंने रांची के जिला विधिक सेवा प्राधिकार को यह आदेश दिया है कि वह तत्काल मृतक के परिवार से मिलकर उन्हें जरूरी मदद पहुंचाये। जज से मिले निर्देश पर न्यायायुक्त सह डालसा अध्यक्ष दिवाकर पांडे ने डालसा सचिव को अविलम्ब एक टीम गठित कर पीड़िता के परिवार तक मदद पहुंचाने का आदेश दिया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कमलेश बेहरा की देखरेख में एक टीम गठित की गई। टीम में पैनल अधिवक्ता दुलारी कुमारी, पीएलवी बेबी सिन्हा व तारा मिंज को शामिल किया गया। पीएलवी बेबी सिन्हा व तारा मिंज ने पीड़ित के परिवार से मुलाकात कर उन्हें डालसा द्वारा दी जाने वाली मुफ्त विधिक सहायता के बारे में बताया। वहीं, बताया गया कि बालेश्वर उरांव की हत्या का केस लड़ने में परिजनों की मदद की जायेगी। अधिवक्ता दुलारी कुमारी उनकी तरफ से केस लड़ेंगी। वहीं, मृतक की जख्मी पत्नी शनिचरिया देवी का पूरा ईलाज रांची के सदर अस्पताल से कराया गया। साथ ही उनका आयुष्मान कार्ड भी सदर अस्पताल से बनवाया दिया गया। अंतरिम मुआवजे के तौर पर उन्हें 10 हजार रुपये का चेक भी दिया गया है। इसके अलावा सरकार की कल्याणकारी योजना के तहत मृतक की पत्नी का विधवा पेंशन एवं तीनों बेटों का जॉब कार्ड बनाने की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा दिया गया। मौके पर मौजूद अनगड़ा के BDO जयपाल सोये ने मनरेगा के तहत मृतक के तीनों बेटों को रोजगार देने का आश्वासन दिया।
इस घटना को लेकर डालसा सचिव के नेतृत्व में अनगड़ा प्रखंड के जरगा गांव के तेतरी टोली में ग्रामीणों को जागरुक करने का काम भी किया गया। मौके पर BDO जयपाल सोये, अनगड़ा थानेदार चमरा मिंज, पैनल अधिवक्ता दुलारी कुमारी, मुखिया क्रिष्टिना और पीएलवी बेबी सिन्हा मौजूद थे।
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