वाराणसी: वाराणसी के सिगरा स्थित रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार को केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि भारत के शक्तिशाली बनने से पूरी दुनिया के साथ मानवता को फायदा होगा। यहां वे काशी शब्दोत्सव के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए अपनी बात रख रहे थे।

इस दौरान आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि भारत की संस्कृति आत्मा से परिभाषित होती है। यही वजह है कि यहां हर किसी के भीतर दिव्यता का विद्यमान होना बताया गया है। भारत की संस्कृति ने मानव को दिव्यता से परिपूर्ण बनाया है और इसी संस्कृति ने आत्मा रूपी दिव्यता का मानवीकरण किया है।

अपने संबोधन में आगे उन्होंने कहा कि जो नष्ट न हो सके, वह अक्षर है। दुनिया का हर कार्य शब्दों के जरिए चलता है और हर शब्द दो या उससे अधिक अक्षरों से मिलकर बनता है। ऐसे में एक शब्द की शक्ति को पहचाना जाना चाहिए।

आरिफ मोहम्मद ने कहा कि हमारी संस्कृति आदिकाल से ज्ञान की संस्कृति है। शारीरिक शक्ति के माध्यम से पैदा की गई भौतिक शक्ति की एक्सपायरी यानी अंतिम तिथि होती है, लेकिन मानसिक शक्ति की अभिव्यक्ति अनश्वर है। शब्दों की नगरी काशी में शब्दों के उत्सव काशी शब्दोत्सव का आयोजन अद्भुत व भव्यता से परिपूर्ण भारतीय ज्ञान परंपरा का उत्सव ही है।

स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए उन्होंने कहा कि स्वामीजी ने कहा है कि उन्हें भविष्यवाणी में भरोसा नहीं है, लेकिन एक दिन ऐसा आएगा, जब भारत माता की नई चेतना का उद्भव होगा, जो पहले से भी ज्यादा गौरवशाली व भव्यता लिए होगा।

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