News Samvad : बार-बार पीछे मुड़कर क्या देखते हो, तेरा दुश्मन तेरे बाजू में बैठा हुआ है। यह बोल अपने जान-पहचान के शख्स से सुन अशरफ का माथा ठनक गया। वह उस रोज को कोसने लगा जिस रोज अपने जिगरी दोस्त जमशेद अंसारी को अपने घर बुलाया था। घर आये दोस्त ने बातों ही बातों में अशरफ की बीवी का मोबाइल नंबर उससे ले लिया और फिर फोन पर उससे गपशप करने लगा। दोनों एक दूसरे के करीब आते चले गये। दोस्त को घर बुलाने की हुई एक भूल-चूक उसके खुशहाल जिंदगानी में बड़ा घाव बन गया। अशरफ ने कई दफा अपने दोस्त जमशेद अंसारी को मना किया कि वह उसकी पत्नी से बातें करना छोड़ दें, उससे दूर हो जाये। पर अशरफ नहीं माना और लगा रहा। गुजरे तीन साल से यह सबकुछ चल रहा था। इसके बाद अशरफ ने भयानक इरादा बना लिया और कुछ पेशेवर बदमाशों को जमशेद को सबक सिखाने का ठेका दे दिया। मकसूद को 50 हजार और अबरार को 1 लाख 30 हजार रुपये में जमशेद को सबक सिखाने एवं मारपीट करने के लिए सेट किया था।

लगभग 29 साल का जमशेद अंसारी बीते पांच मार्च को अपने ससुराल रेवतीपुर में शादी में शरीक होने गया था। इसके बाद सुबह उसकी डेड बॉडी मिली। जमशेद का गला कटा हुआ और हाथ टूटा हुआ था। उसकी लाश रामचंद्रपुर थाना क्षेत्र के बेलवादामर जंगल में दोलंगी तिराहा के पास मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी। टेक्निकल सेल और खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने अशरफ अंसारी हो उठा लिया। वहीं, मकसूद आलम एवं अबरार अंसारी को भी अपनी कस्टडी में ले लिया। शुरू में तीनों जमशेद अंसारी की हत्या करने की बात से इंकार करते रहे। इसके बाद पुलिस ने जब अपने तरीके से पूछा तो तीनों टूट गये और अपना गुनाह कबूल कर लिया। पकड़े गये बदमाशों ने पुलिस के सामने यह राज उगला कि अशरफ ने केवल जमशेद का हाथ-पैर तोड़ उसे सबक सिखाने के लिये सुपारी दी थी। जमशेद पर जब डंटा से वार किया गया तो वह गश खाकर गिर पड़ा, इसके बाद उसके गले को अशरफ ने रेत दिया। मारने से पहले जमशेद को रामचंद्रपुर में नाश्ता-पानी भी कराया और फिर धोखे से उसे मौत के घाट उतार दिया। इस बात का खुलासा आज SP डॉ. लाल उमेद सिंह ने मीडिया के सामने किया।

जांच से खुलासा हुआ कि जमशेद और अशरफ दोनों जिगरी दोस्त थे। दोनों सूरत में कढ़ाई का काम करते थे। दोनों का गांव भी अगल-बगल में थे। इल्जाम है कि जमशेद ने अपने दोस्त अशरफ की पत्नी का मोबाइल नंबर ढाई-तीन साल पहले मांगा था। इसके बाद से ही वह लगातार घंटों उसकी पत्नी से बातें करता था। अशरफ ने कई बार अपनी पत्नी से बातें करने के लिये जमशेद को मना किया था, पर वह नहीं माना। इसके बाद यह भयानक मंजर सामने आया। जमशेद को एक सुनयोजित साजिश के तहत मौत के घाट उतार दिया गया। इस संबंध में छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज थाने में केस दर्ज किया गया है।

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