भोपाल। महिलाएँ आत्म-निर्भर बनेंगी, तो प्रदेश एवं देश भी आत्म-निर्भर बनेगा। स्व-सहायता समूहों में संगठित होकर महिलाएँ आत्म-निर्भरता की प्रेरणादायी गाथा लिख रहीं हैं। यह बात प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह सोमवार को ग्वालियर में महिला स्व-सहायता सम्मेलन-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
सम्मेलन-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रधानमंत्री सूक्ष्म, खाद्य, उद्यम उन्नयन योजना एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किया गया। राज्य मंत्री कुशवाह ने सिंगल क्लिक से विकासखंड मुरार और घाटीगाँव क्षेत्र की स्व-सहायता समूहों से जुड़ी 3 हजार 89 महिलाओं के खाते में राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की 4 करोड़ 10 लाख रुपये की राशि अंतरित की।
मंत्री कुशवाह ने कहा कि परिवार की एक महिला के आत्म-निर्भर होने से पूरा परिवार आत्म-निर्भर हो जाता है। उन्होंने आहवान किया कि स्व-सहायता समूहों से जुड़ीं महिलाएँ खाद्य प्र-संस्करण इकाइयाँ स्थापित करने के लिये आगे आएँ, राज्य सरकार इसके लिये 35 प्रतिशत तक अनुदान देती है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में इंदौर में हुए प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए निवेशकों ने मध्यप्रदेश में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में हुए काम की सराहना की। प्रदेश की पहचान फूड बॉस्केट के रूप में स्थापित हुई है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया एवं जापान सहित कई देशों ने मध्यप्रदेश में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निवेश की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान और आगे का युग फूड प्रोसेसिंग का है।
ग्वालियर जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्गेश जाटव ने कहा कि प्रदेश सरकार स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने का काम कर रही है। राज्य की महिलाएँ अब घरेलू काम-काज तक ही सीमित नहीं रही हैं।