कानपुर। रक्षाबंधन के त्योहार के अवसर पर मायके में रह रही पत्नी और बच्चों से मिलने गये पति को ससुरालियों ने जिंदा जला दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उसकी मौत हो गई। हालांकि मौत हो जाने से पहले ससुरालियों पर जिंदा जलाने का बयान दे दिया। इस पर युवक के परिजनों ने सोमवार को जीटी रोड को जाम कर न्याय की गुहार लगाई।

बिल्हौर के रहने वाले संजय श्रीवास्तव की 13 साल पहले महानगर के काकादेव निवासी शिखा श्रीवास्तव से हुई थी। बताया जा रहा है कि दोनों में कई वर्षों से अनबन चल रही थी और किसी न किसी बात पर आए दिन दोनों में झगड़ा हुआ करता था। इसको लेकर काफी दिनों से शिखा बच्चों को लेकर अपने मायके काकादेव में रह रही थी। रविवार को जब पूरा देश रक्षाबंधन का पर्व मना रहा था तभी संजय के ससुरालियों ने बच्चों की बीमारी की बात कहकर उसे काकादेव बुला लिया और किसी बात को लेकर संजय को ससुरालियों के लोगों ने जिंदा जला दिया।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने संजय को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हालांकि मौत हो जाने से पहले संजय ने ससुरालियों पर जिंदा जला देने का आरोप लगाते हुए बयान दिया। इस पर संजय के परिजनों ने सोमवार को शव को जीटी रोड पर रखकर न्याय की गुहार लगाई। इस दौरान जीटी रोड पर दोनों ओर से भीषण जाम लग गया और मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के आश्वसान के बाद परिजन जीटी रोड से हटे, तब जाकर घंटों बाद जाम से लोगों को निजात मिल सकी। थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।

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