कानपुर देहात। जनपद के रसूलाबाद थाना क्षेत्र में अधेड़ ने अपनी जमीन बचाने के लिए आत्महत्या कर जान दे दी सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। मौके पर पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है।
रसूलाबाद के सुभाष नगर में रहने वाले इंद्रपाल भदौरिया का वहीं पर बाग है। उनकी जमीन पर कई दिनों से अवैध रूप से खनन कर कई फुट मिट्टी को वहां से उठाकर गड्ढे में तब्दील कर दिया गया। जिसके बाद वह नगर पंचायत के कई दिनों से चक्कर लगाते रहे।
आरोप है कि नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी ने सपा कार्यकर्ता के साथ मिलकर चार बीघे जमीन को गड्ढे में तब्दील कर दिया। जब पीड़ित की कोई सुनवाई नहीं हुई तो उसने एक सुसाइड नोट लिखकर उसी जगह पर जाकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही आलाधिकारियों समेत पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, सुसाइड नोट को भी कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिया है। फिलहाल अभी मौत को संदिग्ध रूप दिया जा रहा है। जांच के बाद आंगे की कार्यवाही की बात पुलिस कर रही है।
सुसाइड नोट की जुबानी
किसान इंद्रपाल भदोरिया (50) ने अपनी सुसाइड नोट मे लिखा है सेवा उप जिलाधिकारी महोदय मेरी जमीन के पूरे कागज मेरे पास है। इसके बाद भी मैं उसे नहीं बचा सकता हूं मैं दुखी होकर यह कदम उठा रहा हूं मेरे परिवार को परेशान न किया जाए। वहीं, मृतक के परिजनों ने तहरीर देते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अकील अहमद पट्टा व नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी दिनेश कुमार शुक्ला पर गम्भीर आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है। उन्होंने तहरीर में साफ किया है कि इन दोनों की मिलीभगत से जमीन को तालाब बताकर अवैध रूप से उसे खोद दिया है । जिससे आहत होकर इंद्रपाल ने आत्महत्या कर ली है।