मथुरा। भारत और तिब्बत का बहुत ही पुराना रिश्ता रहा है। जिस प्रकार भारत तिब्बत समन्वय संघ के द्वारा चीन से तिब्बत और कैलाश मानसरोवर की आजादी के लिए मुहिम चलाई जा रही है। यह बात रविवार भारत तिब्बत समन्वय संघ की दो दिवसीय बैठक के द्वितीय दिवस रविवार वृंदावन के केशव नगर स्थित केशव धाम में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे केंद्रीय सरकार के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के मंत्री अश्विनी चौबे ने कही।
रविवार बैठक के दूसरे दिन सर्वप्रथम भारत तिब्बत समन्वय संघ के कार्यकर्ताओं ने करतल ध्वनि से केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया। वही भारत तिब्बत समन्वय संघ के पदाधिकारियों ने पटका पहनाकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और हरियाणा व त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी का गर्मजोशी के स्वास्थ्य स्वागत किया। संघ के असम से आये हुए कार्यकर्ताओं ने असम का पारंपरिक गमछा पहनाकर उनका स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री ने इस मुहिम की सराहना करते हैं और उन्होंने कहां की तिब्बत मामले को लेकर केंद्र सरकार भी कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि संस्था को मात्र डेढ़ साल ही हुआ है और उनके साथ भारत और तिब्बत के कई लोग जुड़ रहे है और इस मुहिम पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से इस राष्ट्रीय बैठक में तिब्बत महिला वेलफेयर सोसाइटी की सदस्य भी शामिल हुई है, तो उन्हें लगता है कि बहुत ही जल्द इस समस्या का समाधान हो सकेगा।
इस मौके पर हरियाणा व त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी, राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा विभाग नीरज सिंह, संयोजक हेमेन्द्र तोमर, राष्ट्रीय महामंत्री विजय मान, दिल्ली प्रांत महिला विभाग अध्यक्ष संध्या सिंह, अतुल मंगला, जिलाध्यक्ष राजकुमार खण्डेलवाल मौजूद रहे।