इंदौर। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) द्वारा राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2020 का परिणाम नहीं आने और अन्य मांगों को लेकर शुक्रवार को अभ्यर्थियों ने एमपीपीएससी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के बैनर तले प्रदर्शन करते हुए अभ्यर्थी ऑफिस के बाहर ही सड़क पर धरने पर बैठ गए। अभ्यर्थियों ने आयोग के अधिकारियों से मांगों को लेकर चर्चा कर ज्ञापन सौंपा। जिस पर अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया।

दरअसल, राज्य सेवा मुख्य परीक्षा अप्रैल 2022 में हुई। परीक्षा को हुए 10 महीने हो गए, लेकिन रिजल्ट नहीं आया। अभ्यर्थी अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। शुक्रवार को राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2020 के रिजल्ट की मांग को लेकर अभ्यर्थी राज्य लोक सेवा आयोग के ऑफिस पहुंचे और कहा कि समय पर रिजल्ट नहीं आने से अभ्यर्थियों को टेंशन हो रही है। वे भविष्य को लेकर कुछ तय तक नहीं कर पा रहे हैं। इसी को लेकर उन्होंने एमपी पीएससी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। अभ्यर्थियों ने आयोग के अधिकारियों को ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि इस मुख्य परीक्षा का रिजल्ट संवैधानिक रूप से 100 फीसदी पर एक सप्ताह के अंदर जारी करें, जो कोर्ट केस में न अटके। हालांकि इस मामले में आयोग के अधिकारियों ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया है।

अभ्यर्थियों ने कहा कि राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2021 कैलेंडर के अनुसार 16 से 21 मार्च 2023 में प्रस्तावित है। ऐसे में एमपीपीईबी द्वारा पटवारी की भी परीक्षा आयोजित की जा रही है। एमपीपीएससी के कई अभ्यर्थी पटवारी की भी परीक्षा देते हैं, इसलिए अभ्यर्थियों ने मांग की है कि दोनों संस्थाएं आपस में समन्वय करके दोनों परीक्षाओं में होने वाले टकराव को दूर करें, ताकि अभ्यर्थी अच्छे से परीक्षा की तैयारी कर सके।

अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के चलते पुलिस बल भी मौके पर तैनात रहा। प्रदर्शन के पहले ही एमपीपीएससी ऑफिस के बाहर बैरिकेडिंग कर पुलिस तैनात नजर आई। प्रदर्शन में मुख्य रूप से नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के संयोजक राधे जाट, मनराज सिंह, गोविंद सिंह सहित कई अभ्यर्थी यहां मौजूद रहे।

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