नरसिंहपुर। केंद्रीय जल शक्ति एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि हमें भावी पीढ़ियों की जल की आवश्यकता के बारे में सोचना होगा। जल है, तो कल है। फसल प्रारूप में विसंगति के कारण भूजल स्तर में गिरावट आई है। यह बात चिंतनीय है कि पूर्वजों ने जिस तरह जल को सहेजा है, हम वैसे जल को नहीं सहेज पा रहे हैं। हम परिवार में कितना पानी खर्च करते हैं, इसका भी आकलन करना होगा। पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करना जरूरी है।
केंद्रीय मंत्री पटेल शुक्रवार को नरसिंहपुर जिले के ग्राम बरमान खुर्द में आयोजित स्वच्छता एवं जल संवाद के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते भी मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्रीद्वय ने उपस्थित लोगों को जल संरक्षण व संवर्धन में योगदान देने के लिए जल शपथ दिलाई। कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को जल संरक्षण एवं स्वच्छता सहयोगी सम्मान प्रदान किये गये। कार्यक्रम का शुभारंभ मां नर्मदा की पूजा अर्चना और दीप दान से किया गया।
पटेल ने कहा कि जो जल हम नर्मदा से ले रहे हैं, उसको वापस करने की जिम्मेदारी भी हमारी है। भूजल के मामले में जिले का रेड जोन में आना चिंताजनक है। इसके बारे में भी जागरुकता बढ़ाना जरूरी है। स्वच्छता एवं जल का परस्पर संबंध है। वर्षा के पानी से भूजल रिचार्जिंग के लिए सूखे हैंडपंप के चारों तरफ गड्ढे करके रिचार्जिंग पिट बनाया जा सकता है। दमोह संसदीय क्षेत्र में इस तरह का कार्य किया गया है। पटेल ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत स्वच्छता समिति के गठन का प्रावधान है। इस समिति में 50 प्रतिशत महिलाओं को शामिल किया जाएगा। महिलाओं को पानी की टेस्टिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी। उनके द्वारा यह तय किया जाएगा कि पानी पीने योग्य है या नहीं।
केंद्रीय मंत्री कुलस्ते ने कहा कि प्रमुख नदियों की पवित्रता बनाये रखने एवं जल संरक्षण में जनभागीदारी आवश्यक है। जल संरक्षण के कार्य को जन आंदोलन बनाना होगा। सरकार की महत्वाकांक्षी जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में आपसी समन्वय जरूरी है। हर क्षेत्र में जल आवश्यक है। इस कारण से जल का संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी है।
विधायक जालम सिंह पटेल ने कहा कि नर्मदा की स्वच्छता एवं आसपास साफ-सफाई रखना आवश्यक है। नर्मदा जल को सहेजने की आज महती आवश्यकता है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति नीलेश काकोड़िया, कलेक्टर ऋजु बाफना, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अनीता राजेन्द्र ठाकुर, महंत प्रीतमपुरी गोस्वामी, डॉ. अनंत दुबे, अन्य जनप्रतिनिधि और नागरिक मौजूद थे। कार्यक्रम में जनपद पंचायत सीईओ संजीव गोस्वामी ने जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों की जानकारी दी।