नई दिल्ली। जेएनएनl कंगना रनोट ने हाल ही में राम मंदिर भूमिपूजन के मौके पर दिए एक साक्षात्कार में मेगा इवेंट के बारे में बात की और बताया कि कैसे उनकी अगली निर्देशित फिल्म ‘अपराजिता अयोध्या’ राम मंदिर की पूरी छह शताब्दी पुरानी यात्रा का वर्णन करेगी। भारतीयों के लिए आज एक बड़ा दिन है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के शिलान्यास समारोह के लिए अयोध्या पहुंचे थे। यह कई दशकों से लड़ी गई लड़ाई का फल है, इससे देश और देशवासियों में खुशी का माहौल है। पीएम ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘मंदिर का निर्माण आपसी प्रेम और भाईचारे की नींव पर होना चाहिए।’
अब कंगना रनोट ने भी ऐतिहासिक पल पर अपनी बात कही है जो वास्तव में भारत के इतिहास में मंदिर को लेकर घटी सच्ची घटनाओं के तह तक नीचे जाएगी। कंगना से जब पूछा गया कि वह कैसा महसूस करती हैं, तो कंगना ने गर्व से जवाब दिया, ‘राम मंदिर सिर्फ एक मंदिर नहीं है, बल्कि एक भावना है। मेरे लिए अयोध्या बहुत प्रतीकात्मक है और पिछले 500-600 वर्षों की यह यात्रा जो हमारे पास एक सभ्यता के रूप में है, मेरे लिए बहुत ही रोमांचक है।’
कंगना ने आगे कहा, ‘मैं चाहती हूं कि हम सभी समय बर्बाद न करें और मैं उन चीजों को करना चाहती हूं जो हमारे जीने के तरीके में बदलाव का कारण बनती हैं। पुराने समय में मैंने जो भी अध्ययन किया है, उससे हमारा समाज परिष्कृत था और दुनिया में सबसे महान में से एक था। मैं देखती हूं कि हम लोगों के रूप में, समाज में एक निश्चित संरचना थी जिसका हमने अनुसरण किया। लेकिन बढ़ते आक्रमण के साथ हमने न केवल अपनी संपत्ति खो दी है, बल्कि हम उस खाके को भी खो चुके हैं, जो हमारे महान पूर्वज हमारे लिए छोड़ गए हैं।’
कंगना मंदिर की 600 साल पुरानी यात्रा पर फिल्म बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसे वह निर्देशित भी करेंगी। मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी के बाद, लेखक के.वी. विजयेंद्र प्रसाद कंगना के साथ ‘अपराजिता अयोध्या’ के लिए फिर से जुड़ेंगे। वह कहती है, ‘मंदिर का बाबर द्वारा आक्रमण किए जाने और ध्वस्त होने पर भी 600 वर्षों का संघर्ष रहा है। इसके बाद 72 लड़ाइयां लड़ी गईं और प्रथम विद्रोह के दौरान भी अंग्रेजों ने मंदिर का उपयोग हिंदुओं और मुस्लिमों को विभाजित करने के लिए था क्योंकि हिंदू और मुसलमान स्वतंत्रता के लिए मिलकर लड़ रहे थे और यह उन्हें विभाजित करने का एक प्रयास थाl’
कंगना आगे कहती है कि आज का प्रतिष्ठित पल भी उनके निर्देशन में बनी फिल्म की एक कड़ी होगी। वह कहती है, ‘मेरी फिल्म में कई वास्तविक मुस्लिम किरदार हैं, जिन्होंने राम मंदिर के पक्ष में लड़ाई लड़ी है। इसलिए यह देश में भक्ति, विश्वास और सबसे ऊपर, एकता की कहानी है। राम राज्य एक धर्म से परे है और यही अपराजिता अयोध्या है। यह बहुत कठिन स्क्रीनप्ले है क्योंकि यह 600 वर्षों में यात्रा दर्शाता है और राम मंदिर का भूमिपूजन बहुत हद तक मेरी फिल्म का हिस्सा होगा। विजयेंद्र सर ने इसे एक सुंदर तरीके से एक साथ रखा है। आज के दिन हम लोगो लॉन्च कर सकते थे, क्योंकि आज एक आदर्श दिन है। फिर भी हमें बहुत उम्मीद है कि हम बहुत जल्द ही फिल्म की शूटिंग शुरू कर सकेंगे। मैं अपने अभिनेताओं को फिल्म की कहानी सुनाने के लिए बेकरार हूं।’ कंगना रनोट अभिनय, निर्देशन और निर्माण के बीच अपने समय को संतुलित कर रही हैं।’ अपराजिता अयोध्या’ को उनके बैनर मणिकर्णिका फिल्म्स के तहत बनाया जाएगा।