कुशीनगर। यूपी के कुशीनगर में बुधवार की सुबह जहरीली टॉफी खाकर चार बच्चों की मौत के मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र के चक्कर में आने वाले अंधविश्वासियों की ओर भी ध्यान जा रहा है। यह सवाल कौंध रहा है कि कहीं सोखा के चक्कर में पड़े किसी अंधविश्वासी के कुत्सित प्रयास से इन बच्चों की जान तो नहीं गई? टॉफी के साथ मील पैसों ने इस शक को और गहरा कर दिया है।

नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे 7 वाहनों को किया आग के हवाले

गौरतलब है कि कुशीनगर के कसया थाना क्षेत्र के कुड़वा उर्फ दिलीपनगर के लठउर टोला में बुधवार की सुबह घर के सामने झाड़ू लगा रहीं मुखिया देवी को एक पॉलीथिन में पांच टॉफी और नौ रुपए मिले। उन्होंने इसमें से तीन टॉफियां अपने नातियों और एक टॉफी पड़ोस के बच्चे को खिलाईं। टॉफी खाकर बच्चे जैसे ही खेलने के लिए कुछ दूर आगे बढ़े, गिरकर तड़पड़ाने लगे। गांव वालों ने फोन कर थोड़ी देर एंबुलेंस का इंतजार किया फिर चारों बच्चों को बाइक से ही लेकर जिला अस्पताल पहंचे, जहां डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।

जहरीली टॉफी खाने से चार बच्चों की मौत

एसपी ने तंत्र-मंत्र की आशंका से नहीं किया इनकार

जिला अस्पताल पर मीडिया से बातचीत में कुशीनगर के एसपी सचिंद्र पटेल ने कहा कि मौके पर फूड सेफ्टी और फोरेंसिक की टीम जांच-पड़ताल में जुटी है। उन्होंने घटना के पीछे तंत्र-मंत्र की आशंका के बारे में सवाल पर कहा कि इससे इनकार नहीं किया जा सकता। एसपी ने कहा कि घटना की जांच बड़ी गहनता से की जा रही है। दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

भयानक हादसा: कबाड़ के गोदाम में आग लगने से 11 प्रवासी मजदूरों की मौत

फूड सेफ्टी और फोरेंसिक की टीम ने लिया जायजा

उधर, फूड सेफ्टी और फोरेंसिक की टीम घटनास्थल पर पहंची है। टीम ने मौके से सबूत जुटाए। इस दौरान पुलिस ने कुछ गांव वालों से पूछताछ भी की। पुलिस घटना के हर पहलू की गहनता से जांच की बात कह रही है। गांव में पहुंची पुलिस को लोगों ने बताया कि टॉफियों के रैपर पर बैठकर मक्खियां भी मर जा रही हैं। फूड सेफ्टी और फोरेंसिक टीम ने मौके से कई सबूत इक्ट्ठा किए हैं।

SBI ने ग्राहकों को दो दिन के लिए किया अलर्ट, जानिए वजह

मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

कुशीनगर में चार बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच का आदेश दिया है। उन्होंने अधिकारियों से पीड़ित परिवार की तत्काल सहायता करने को भी कहा है।

Show comments
Share.
Exit mobile version