कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार का बजट सोमवार को पेश होने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया से बात की और बजट के परिप्रेक्ष्य में दावा किया कि बंगाल में विगत साल की तुलना में बेरोजगारी तेजी से घटी है और निवेश बढ़ा है। इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार पर वित्तीय आवंटन रोकने का आरोप भी मढ़ा। राज्य के बजट को उन्होंने जनता के पक्ष में करार दिया। ममता ने कहा कि जन्म से लेकर मौत तक सरकार लोगों के लिए तमाम तरह की परियोजनाएं चलाती है।
सीएम ने दावा किया कि केंद्र सरकार के पास राज्य सरकार का एक लाख करोड़ रुपये बकाया है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि। उन्हें 50 हजार करोड़ रुपये का बकाया चुकाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की प्रतिबद्धता राज्य में शिक्षा का विकास करना है। प्रत्येक जिले में विश्वविद्यालय खोला जा रहा है। छात्रों को बैग, जूता, किताबें बिना मूल्य दिए जाते हैं। सीएम ने कहा कि हम लोगों ने बजट में किसी भी तरह का कोई कर नहीं बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के लिए वित्तीय आवंटन में 9.5 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। बुलबुल चक्रवात के लिए 12 सौ करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति राज्य सरकार दे चुकी है। राज्य के किसानों की आय 3 गुनी बढ़ी है। कृषि के क्षेत्र में 24 फ़ीसदी अधिक वित्तीय आवंटन हुआ है। उन्होंने कहा कि आवास योजना के मामले में बंगाल शीर्ष पर है। 100 दिनों के रोजगार के मामले में भी शीर्ष पर है। ममता ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में हर तरह की चिकित्सा मुफ्त है। उच्च शिक्षा के लिए 20 फ़ीसदी अधिक वित्तीय आवंटन किया गया है। 3 नए विश्वविद्यालय बनाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि आदिवासियों के लिए भी सरकार ने इस बार वित्तीय आवंटन में बढ़ोतरी की है। परोक्ष तौर पर विश्व हिंदू परिषद पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक संगठन ने आदिवासियों का धर्मांतरण कराया था इसलिए आदिवासी समुदाय को सुरक्षा दी जाएगी। उनकी जमीनों का हस्तांतरण नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी जातियों के लिए “शिक्षाश्री” परियोजना तैयार की जाएगी। बनर्जी ने दावा किया कि पिछले साल की तुलना में बेरोजगारी काफी घटी है। बड़ी संख्या में उद्योग बंगाल के तरफ आए हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने एक सहायता परियोजना शुरू की है। इसमें सभी परियोजनाओं का लाभ किस तरह से मिल सकता है इस बारे में जानकारी दी जाएगी। आवेदन करने से लेकर वित्तीय लाभ लेने तक की जानकारी लोगों को मुहैया कराई जाएगी।
केंद्र पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार रेलवे, बीएसएनएल सब कुछ बेच रही है। जीवन बीमा, लोगों की जिंदगी सब कुछ बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में श्मशान तैयार किया है। चाय बागान के श्रमिकों के लिए आवास मुहैया कराने हेतु घर आवंटित किया गया है।