हिसार। हिसार जिले के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज की रैगिंग से परेशान एमबीबीएस थर्ड ईयर की छात्रा ने पहली मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। वह दो सीनियर छात्राओं से परेशान थी। वह अश्लील हरकतें कर रही थीं। पीड़ित ने जिंदल अस्पताल की पहली मंजिल की खिड़की से छलांग लगा दी। उसका एक हाथ टूट गया है और रीढ़ की हड्डी में भी चोट आई है।
अर्बन एस्टेट थाना पुलिस ने अग्रोहा मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस छात्रा दिव्यांशी रनियाल और दीपिका सिकरीवाल के खिलाफ एंटी रैगिंग व अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ित छात्रा ने बताया कि उसने 2018 में 12वीं की परीक्षा में 93 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे और पहले ही प्रयास में उसका दाखिला एमबीबीएस कोर्स में अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में हो गया था। यहां पर पहले ही 2017 बैच का चौथा ईयर चल रहा था। उस बैच की दो लड़कियों ने दाखिले के 15 दिन बाद ही उसकी रैगिंग शुरू कर दी ।
पीड़ित छात्रा ने बताया कि दिव्यांशी और दीपिका रात को जबरदस्ती उसे हॉस्टल की छत पर लेकर जाती और उसके सारे कपड़े उतरवाकर उसके साथ अश्लील हरकत करतीं। उसने इसकी मौखिक शिकायत वार्डन से की पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। दोनों ने उसको धमकी दी कि अगर इस बारे में अपने घर वालों को बताया तो हॉस्टल की छत से गिराकर जान से मार देंगीं। फेल भी करवा सकती हैं।
पीड़ित का आरोप है कि इसके अलावा इन लड़कियों ने हॉस्टल की अन्य छात्राओं को भी डराया हुआ है। सबको बोला हुआ है कि कोई भी उसके साथ बात नहीं करे। दोनों लड़कियों ने सब छात्राओं को व्हाट्स ऐप पर मैसेज भेजा है। उसने 2019 में इस बारे में डॉ. महेश को बताया था। डॉ. महेश ने इन छात्राओं को समझाया भी था लेकिन उनकी हरकतों में सुधार नहीं हुआ।
छात्रा ने बताया कि वह शुक्रवार को जिंदल अस्पताल में डॉ. महेश को दोबारा अपनी परेशानी बताने गई थी। उन्हें आपबीती सुनाई। पीड़ित छात्रा की मां ने बताया कि दोनों लड़कियां उसकी बेटी से हॉस्टल में शराब मंगवाती थीं। उसे जबरदस्ती शराब पिलाने की कोशिश भी की गई। इसकी शिकायत उसने वार्डन से की थी।
इस बारे में डायरेक्टर डॉ. अलका छाबड़ा का कहना है कि जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी गठित की गई है।कमेटी तीन दिन में रिपोर्ट देगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।