बेगूसराय। दो दिन से लापता एक प्रधानाध्यापक का शव शुक्रवार को काबर झील से बरामद किया गया है। बदमाशों ने गले में मफलर का फंदा लगाकर हत्या करने के बाद शव को पानी में फेंक दिया था। मृतक की पहचान गढ़पुरा थाना क्षेत्र के मैसना निवासी महावीर यादव के पुत्र रामचंद्र यादव के रूप में की गई है।

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि रामचंद्र यादव छौड़ाही थाना क्षेत्र के परोड़ा पंचायत स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय महेशपुरा-डुमरी में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत था। बुधवार को वह प्रत्येक दिन की तरह विद्यालय गया, लेकिन रात तक घर वापस नहीं लौटा। खोजबीन के दौरान गुरुवार की देर शाम रामचंद्र यादव की मोटरसाइकिल परोड़ा से चेरिया वरियारपुर जाने वाले रास्ते में संदिग्ध हालत में सड़क किनारे मिली थी।

शुक्रवार को खोजबीन के दौरान गुआबाड़ी के आसपास काबर झील के पानी में रामचंद्र यादव का शव मिला। लोग घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं, कुछ लोग नशा के चक्कर में हत्या होने की बात कह रहे हैं। बताया जा रहा है कि विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना के मामले को लेकर भी विवाद चल रहा था। छह-सात महीना पहले उक्त शिक्षक की पल्सर बाइक गढ़पुरा थाना क्षेत्र में छिनतई हो गई थी, जिसका पता अंदरूनी तौर पर शिक्षक को लग गया, ऐसे में हत्या का तार बाइक कांड से भी जुड़ा हो सकता है।

फिलहाल पुलिस शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन में जुटी हुई है। घटनास्थल के समीप से पुलिस ने दो गैस सिलेंडर भी बरामद किया है। शव की हालत देखकर आशंका जताई जा रही है कि कहीं अन्य जगह उसकी हत्या करने के बाद काबर में फेंक दिया गया। जबकि उसकी बाइक शव पाए जाने वाले स्थल से काफी दूर सड़क किनारे लावारिस लगाकर छोड़ दिया गया, ताकि लोग भ्रमित हो जाएं। फिलहाल बढ़ते अपराध के बीच घटना का उद्भेदन करना पुलिस के समक्ष बड़ी चुनौती है। इधर, विद्यालय के सहायक शिक्षक जय कुमार ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल के कारण रामचंद्र यादव को सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को विद्यालय आना रहता था। लेकिन बुधवार दो फरवरी को विद्यालय अवधि तक वह विद्यालय नहीं आए थे, वह अंतिम बार 31 जनवरी को ही विद्यालय आए थे। छौड़ाही थानाध्यक्ष राघवेन्द्र कुमार ने बताया कि शिक्षक की हत्या गला दबाकर की गई है। हत्या के सभी पहलुओं पर अनुसंधान किया जा रहा है, हत्यारे जल्द ही पुलिस गिरफ्त होंगे।

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