लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 5 जून यानि बीते शनिवार को 49वां जन्मदिवस था। हर बार की तरह भले ही वह रोजाना की तरह अपने काम में मगन रहे हो, लेकिन इस बार उनका भी मन खटका होगा क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा में से किसी ने योगी को ट्विटर पर जनांदिन की शुभकामनाएं नहीं दी। उधर, राजनीति गलियारे में दिल्ली के ‘महाराज’ से खुश नहीं होने की अटकलें भी तेज होने लगी हैं। हालांकि, बीजेपी ने इसको लेकर सफाई पेश की है।
यूपी बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह समेत तमाम बड़े नेताओं ने सीएम योगी आदित्यनाथ को फोन कर उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है। सोशल मीडिया पर इस तरह की अटकलें वही लोग लगा रहे हैं जिन्हें हमारी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने का कोई कारण नहीं मिल रहा है। दिल्ली और यूपी में किसी तरह की नाराजगी नहीं है।
दरअसल उत्तर प्रदेश में बीते दो सप्ताह से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी के केंद्रीय नेताओं की बैठकों का दौर चल रहा। इसके साथ ही चर्चा उठी कि यूपी में नेतृत्व परिवर्तन के साथ बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल होने वाली है। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ और योगी की कुर्सी बरकरार रही। इसके साथ ही संगठन मंत्री बीएल संतोष लखनऊ से जाते-जाते कोरोना से निपटने को लेकर उनकी (योगी आदित्यनाथ) पीठ भी थपथपा गए।
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, हरदीप सिंह पुरी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और संबित पात्रा समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने योगी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं।