दुमका। दुमका में बीती देर रात ऐसी शादी हुई जो सात जन्म तो क्या 7 घंटे तक भी नहीं टिक सकी।

दुमका शहरी क्षेत्र के टीन बाजार इलाके के एक बैंककर्मी युवक की शादी बीती देर रात दुमका के ही विजयपुर इलाके के एक युवती के साथ हुई। शादी स्थानीय विवाह भवन में आयोजित थी। वर सुबह वधु को लेकर अपने घर आया। ठीक 2 घंटे के बाद नववधू भागकर अकेले नगर थाना पहुंच गई और थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार को बताया कि यह शादी मेरी मर्जी के खिलाफ हुई है। मैं अपने पति के साथ नहीं रह सकती।

इस बीच लड़के वाले भी थाना पहुंचे। उन्होंने कहा कि लड़की घर से भागकर थाना पहुंची है और हमारे साथ नहीं रहना चाहती तो हम भी इसे नहीं रखेंगे। एक तरफ नववधू ने थाने में लिखकर दिया कि मुझे अपने पति के साथ नहीं रहना। वहीं, दूसरी ओर वर पक्ष के लोगों ने भी लिखकर दिया हमें अपने इस बहू से कोई संबंध नहीं रखना।

इस संबंध में नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार ने बताया कि लड़की का कहना है कि यह शादी मेरी मर्जी के खिलाफ हुई है‌। उसका भाई उसे यहां से ले गया है। वहीं, वर पक्ष ने भी उससे कोई मतलब नहीं रखने की बात कही है। दोनों पक्ष ने यह कहा कि हम लोग तलाक चाहते हैं तो उन्होंने उन्हें कोर्ट में जाने की सलाह दी है।

थाना प्रभारी ने बताया कि लड़की से बातचीत में यह बात सामने नहीं आई कि उसका किसी अन्य युवक के साथ प्रेम प्रसंग है। वह सिर्फ यही बात कह रही थी कि शादी मेरी मर्जी से नहीं हुई है, मैं उसके साथ नहीं रह सकती। ऐसे में सात जन्मों का साथ देने का वादा कर लिया गया सात फेरा सात घंटे में ही समाप्त हो गया।

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