नई दिल्ली। एक ओर जहां वैक्सीनेशन अभियान को तेजी से बढ़ाया गया, वहीं कुछ देश ऐसे हैं जहां आधे से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन ले लिया है और अब पाबंदियाँ हटने वाली है।
ऐसे में ब्रिटेन भी उन्ही देशों में आता है जहां 19 जुलाई को कोरोना से मुक्ति का जश्न मनाया जाना था।
लेकिन वहाँ हालात ऐसे बिगड़े हैं कि कड़ा लॉकडाउन लगाने की नौबत आ सकती है.
दरअसल, ब्रिटेन में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आ चुकी है. शुक्रवार को 51,870 नये केस सामने आये हैं. इसी के साथ 6 महीने पुराना रेकॉर्ड टूट गया है. जनवरी के बाद पहली बार ब्रिटेन में 50 हजार से ज्यादा मामले आये हैं.
यहां तक कि शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद भी कोरोना संक्रमित हो गये. हालात जिस तेजी से बिगड़ रहे हैं उसे देखते हुए कहा जा रहा है कि सरकार के फिर से लॉकडाउन लगाना पड़ेगा. करीब 1200 से ज्यादा विशेषज्ञों ने सरकार को चेताया है कि लॉकडाउन से जुड़ी पाबंदियों को पूरी तरह हटाना ‘खतरनाक और अनैतिक’ होगा.
ब्रिटेन में कोरोना की तीसरी लहर के पीछे मुख्य रूप से वायरस का डेल्टा वेरियंट है.
वहीं इस खबर से भारत की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि यहाँ अभी 50% लोगों को भी टीका नहीं लग रहा और तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है।