नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में 28 साल के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। जिसने कथित तौर पर अपनी इस्तेमाल की हुई गाड़ी को पहले ई-कॉमर्स साइट पर बेचा और फिर उसे ही चोरी भी कर लिया। आरोपी व्यक्ति ने गाड़ी को उसकी डुप्लीकेट चाभी के जरिए चोरी किया था। आरोपी की पहचान मनोत्तम त्यागी के तौर पर हुई है। जो मूल रूप से अमरोहा का रहने वाले है। उसने गाड़ी की मूवमेंट का पता करने के लिए उसमें जीपीएस डिवाइस लगाया हुआ था। पुलिस का कहना है कि त्यागी ने बीते दो साल में एक ही तरीका अपनाते हुए कम से कम सात लोगों को चूना लगाया है।
सेक्टर 24 पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अधिकारी प्रभात दिक्षीत का कहना है कि इसी साल 3 मार्च को जीतू यादव नामक व्यक्ति ने वाहन चोरी की शिकायत दर्ज करवाई थी।
यादव ने बताया था कि वह इस्तेमाल हुई गाड़ी खरीदना चाहता था और इसे लेकर उसने वेबसाइट पर विज्ञापन देखा। यादव ने अपनी एफआईआर में कहा है, ‘मैंने वाहन बेचने वाले से संपर्क किया और 2.60 लाख रुपये में मारुति स्विफ्ट VXI का सौदा फिक्स कर लिया। तभी संदिग्ध सेक्टर 66 के ममूरा में आया और गाड़ी सौंपी। हालांकि वह गाड़ी के रजिस्ट्रेशन वाले कागज और दूसरी चाभी लेकर नहीं आया था।’
पुलिस ने बताया कि विक्रेता ने यादव से कहा कि वह बाद में गाड़ी की दूसरी चाभी और कागज भिजवा देगा। इसलिए उसने 2.10 लाख रुपये तो दे दिए और बाकी के 50 हजार कागज और चाभी मिलने के बाद देने को कहा। यादव ने अगले दिन सेक्टर 12 में अपने दफ्तर के बाहर गाड़ी खड़ी की, जहां से वो चोरी हो गई। एसएचओ ने कहा कि पुलिस को बाद में पता चला कि गाड़ी ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ही कहीं है। पुलिस ने जब वाहन देखा तो आरोपी को रुकने को कहा। तब पुलिस को पता चला कि गाड़ी की नंबर प्लेट भी नकली है।
आरोपी ने कबूल कर लिया है कि उसी ने गाड़ी चोरी की है, फिर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने जीपीएस लगा होने की बात भी कही। उसने बताया कि वह जीपीएस की मदद से गाड़ी बेचने के बाद उसे दोबारा चोरी कर लेता था। पुलिस ने आरोपी के पास से अब चोरी की हुई गाड़ी, दो मोबाइल फोन, तीन फर्जी आधार कार्ड, तीन पैन कार्ड और 10,720 रुपये कैश बरामद किए हैं। उसे कोर्ट के सामने पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।