नई दिल्ली। लखीमपुर कांड में पुलिस ने आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को शनिवार को तकरीबन 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. जानकारी के मुताबिक आशीष को हत्या, दुर्घटना में मौत, आपराधिक साजिश और लापरवाही से वाहन चलाने की धाराओं में गिरफ्तारी हुई है. वहीं लखीमपुर कांड पर डीआईजी उपेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि हम आशीष मिश्रा को कस्टडी में ले रहे हैं. आशीष जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. गिरफ़्तारी के बाद अब उसे कल कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा. इससे पहले आशीष मिश्रा की डॉक्टरी जांच के लिए डॉक्टरों का पैनल क्राइम ब्रांच में बुलाया गया. जहां आशीष का मेडिकल हुआ.

आशीष मिश्रा के वकील ने बताया कि वह आज रात जेल में रहेंगे, सोमवार को मामले की सुनवाई होगी.  आशीष मिश्रा लखीमपुर जेल में दाखिल किया गया है. पुलिस की गाड़ियों के साथ आशीष मिश्रा को लखीमपुर जेल पहुंचाया गया.रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने रात में ही पेश कर आशीष मिश्रा को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

जांच एजेंसी की पूछताछ में आशीष से 40 सवाल पूछे गए. इसी बीच SIT के एक सवाल का आशीष जवाब भी नहीं दे सका. आशीष से पूछा गया कि 3 अक्टूबर को दिन में 2:36 से 3:30 बजे तक वह कहां था? ऐसे में आशीष ने इसका जवाब नहीं दिया. वहीं कई और भी ऐसे सवाल रहे जिसका जवाब आशीष नहीं दे पाया.

सुबह 10.38 बजे क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया था आशीष

आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा शनिवार को सुबह 10.38 बजे क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया था. क्राइम ब्रांच की ओर से 11 बजे तक पहुंचने के लिए कहा गया था, लेकिन आशीष समय सीमा खत्म होने से 22 मिनट पहले ही पहुंच गया. ख़ास बात यह रही कि आशीष लखीमपुर खीरी सदर विधानसभा के विधायक योगेश वर्मा के साथ स्कूटर से क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचा. स्कूटर योगेश वर्मा ही चला रहे थे.

आशीष मिश्रा पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे तब पहले से ही वहां एसआईटी की टीम और पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे. एसडीएम सदर भी क्राइम ब्रांच के दफ्तर में थे और मजिस्ट्रेट को भी वहां बुला लिया गया था. मजिस्ट्रेट के सामने आशीष मिश्रा का कलमबंद बयान दर्ज कराया गया.

आशीष मिश्रा के समर्थन में बड़ी तादाद में जुटे समर्थक

क्राइम ब्रांच के दफ्तर में आशीष मिश्रा से इधर पूछताछ चल रही थी वहीं दूसरी तरफ लखीमपुर खीरी के बीजेपी दफ्तर पर अजय मिश्रा टेनी के समर्थक नारेबाजी कर रहे थे. बीजेपी कार्यालय आशीष मिश्रा के समर्थन में बड़ी तादाद में समर्थक जुट गए थे. समर्थक लगातार आशीष को निर्दोष बताते हुए नारेबाजी कर रहे थे.

ऐसे में आशीष मिश्रा के समर्थन में नारेबाजी करते समर्थकों को शांत कराने मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बालकनी में आना पड़ा. उन्होंने समर्थकों से शांत रहने की अपील की और कहा कि वो पूछताछ के लिए गया है. ऐसी-वैसी कोई बात नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने समर्थकों से कहा कि ऐसी-वैसी कोई बात हुई तो मैं भी आपके साथ हूं.

थार का नहीं था इंश्योरेंस

तिकुनिया हिंसा मामले में एक और खबर सामने आई कि जिस थार जीप ने किसानों की जान ली. उस थार का इंश्योरेंस खत्म हो गया था. गाड़ी का इंश्योरेंस 13 जुलाई 2018 से खत्म हो चुका है. बताया जा रहा है कि यह गाड़ी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के नाम पर है.

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