Jamshedpur : जमशेदपुर में गुंडई करने वाले दागी विकास तिवारी और उसके गुर्गे की हेकड़ी पुलिस ने निकाल दी। पकड़े जाने के बाद दागी विकास तिवारी और उसके साथियों को रोड पर पैदल मार्च कराया गया, ताकि लोगों के मन से विकास तिवारी का खौफ खत्म हो जाये। पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर लोगों से खूब वाहवाही बटोरी। दागी विकास तिवारी छोटू पंडित मर्डर केस में सजायाफ्ता कैदी है। उसके खिलाफ जमशेदपुर के अलग-अलग थानों में करीब 20 संगीन केस दर्ज है। इसमें एक हत्या, हत्या के प्रयास 4, आर्म्स एक्ट 3, रंगदारी नहीं मिलने पर फायरिंग कर देने का 1, गृहभेदन 2, चोरी 3, रंगदारी 1, आगजनी 1, मारपीट 2 एवं सरकारी कामकाज में बाधा 2 केस दर्ज है। गिरफ्तार विकास तिवारी के भाई शुभम तिवारी और अतुल तिवारी को पुलिस बहुत जोर-शोर से खोज रही है।

जमशेदपुर के पुलिस कप्तान किशोर कौशल ने आज मीडिया को बताया कि बीते 12 फरवरी को मानगो थाना क्षेत्र के कृष्णा रोड दाईगुटू मोहल्ले में जाकर गुंडई की। दो लोगों शंकर सिंह और अनिल साव को मारपीट कर बेतरह जख्मी कर दिया था। बच्चों-बच्चों की लड़ाई में दागी विकास तिवारी दादागिरी दिखाने मोहल्ले में पहुंचा था। तब मौके पर फायरिंग भी की गई थी। दागी विकास तिवारी इलाके में अपनी हुकूमत चलाना चाहता था। जमशेदपुर के पुलिस कप्तान किशोर कौशल ने इस वारदात को गंभीरता से लिया। सिटी SP की देखरेख में एक स्पेशल टीम बनाई। इस बीच पुलिस कप्तान किशोर कौशल को गुप्त सूचना मिली कि बदमाश विकास तिवारी अपने कुछ दोस्तों के साथ जमशेदपुर छोड़ बाहर निकलने की फिराक में है। इसपर आगे का टास्क सिटी SP को दिया गया। हाईवे पर एक कार (JHO5 DL 0374) को घेरा गया। सूचना पक्की निकली। दागी विकास तिवारी अपने चार दोस्तों प्रिंस सिंह, संजर अहमद उर्फ आरजू, सागर प्रसाद एवं अंकित कुमार को धर-दबोचा। इनके पास से एक देशी कट्टा, दो जिंदा गोलियां, घटना में इस्तेमाल इनोवा गाड़ी, एक कार एवं हॉकी स्टीक मिले। गिरफ्तार सागर प्रसाद भी पहले एक बार जेल जा चुका है।

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