पटना। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने बिहार की राजनीति में एक बार फिर इंट्री की हैं. श्री सिन्हा ने शनिवार को पटना में ‘इस बार, बदलों बिहार’ नाम के अभियान की शुरुआत की. सिन्हा ने साफ़ किया कि आगामी चुनाव में उनके साथ आए लोग चुनाव लड़ेंगे, उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जरूर लड़ेंगे लेकिन वह खुद चुनावी मैदान में उतरेंगे या नहीं. इसका फैसला मौका आने पर लेंगे. यशवंत सिन्हा के कार्यक्रम में कई पूर्व सांसद जैसे देवेंद्र यादव, अरूण कुमार और नरेंद्र सिंह उपस्थित थे. उन्होंने साफ किया कि उनके साथ आने के लिए कोई भी स्वतंत्र है लेकिन अगर कोई शर्त के साथ आएगा तो उस पर विचार करना पड़ेगा. अपने फ़ैसले के बारे में सिन्हा ने कहा कि अपने जीवन में कई बार बड़े फैसले लिए, कुछ फैसले तैयारी के साथ लिए गए हैं तो कुछ अंधेरे में कूदने की तरह रहे हैं. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यशवंत सिन्हा ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पिछले पंद्रह सालों में नीतीश कुमार को काम नहीं किया जिसका प्रमाण हैं मानव सूचकांक. उन्होंने कहा कि इस सूचकांक में बिहार पिछले कई सालों से निचले पायदान पर ही है. उन्होंने तो यहां कह दिया कि अब चलती-चलती की बेला है. यशवंत सिन्हा के अनुसार बिहार चुनाव में अभी बहुत खेल होना बाकी है.
यशवंत सिन्हा ने कहा कि वर्चुअल रैली या डिजिटल कैंपेन बिहार जैसे ग़रीब राज्य में सब दलों के लिए संभव नहीं है. इसका फ़ायदा कुछ दलों को होगा क्योंकि ये यथार्थ से परे हैं. उन्होंने कहा कि अगर डिजिटल माध्यम से चुनाव प्रचार कराने का आदेश दिया जाएगा तो वह इसका विरोध करेंगे. उन्होंने बिहार में चुनाव कराने पर पूछे जाने कहा कि चुनाव आयोग को विचार करना चाहिए कि यह समय उपयुक्त हैं या नहीं लेकिन मेरा मानना है कि चुनाव को लंबा नहीं खींचा जाना चाहिए.