नई दिल्ली। कोरोना वायरस के इलाज के लिए हर रोज नई स्टडी सामने आ रही है. कोरोना के इलाज में कारगर बताई जाने वाली मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी (Monoclonal Antibody Therapy) का इस्तेमाल अब भारत में भी शुरू हो गया है. इसके शुरुआती नतीजे राहत देने वाले हैं.
गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने कोरोना के मरीजों को मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी दी. डॉक्टरों के मुताबिक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी से 12 घंटे के भीतर Covid-19 के दो मरीजों के स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ.
एक स्वास्थ्यकर्मी तेज बुखार, खांसी, मांसपेशी दर्द, बेहद कमजोरी और White Blood Cells की कमी से पीड़ित थे. उसे मंगलवार को बीमारी के छठे दिन मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल दिया गया.
डॉक्टर पूजा खोसला ने बताया कि इस तरह के लक्षण वाले मरीज Moderate से सीरियस स्थिति में तेजी से पहुंच जाते हैं.
बता दे कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी, एंटीबॉडी की एक ‘कॉपी’ है, जो एक विशिष्ट एंटीजन को टारगेट करती है. इस इलाज का इस्तेमाल पहले इबोला और एचआईवी में किया जा चुका है.