अहमदाबाद (गुजरात)। केंद्रीय वन व पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि पर्यावरण के लिए वर्ष 2020 एक सुपर ईयर होगा। रविवार को महात्मा मंदिर में प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि काप-13 सम्मेलन में एक दशक का पूरा एजेंडा सेट किया जाएगा। बावजूद इसके सरकार ने पर्यावरण के क्षेत्र में और अच्छा करना तय किया है। नार्वे के मंत्री एस. रोटोवाल ने कहा कि पर्यावरण प्रबंधन को लेकर अच्छी बैठक हुई जिसका पालन नार्वे भी करेगा।

जावड़ेकर ने बताया कि नार्वे के साथ वार्ता में मुख्य रूप से तीन बातों पर जोर दिया गया कि पर्यावरण के क्षेत्र में दोनों मिलकर साथ काम करेंगे। पर्यावरण के सुरक्षा और संवर्धन के लिए संबंधित नई तकनीक व त्वरित कार्रवाई के अलावा निवेश प्रबंधन के मुद्दे बातचीत की गई ताकि उसका ठीक तरीके से पालन किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए नार्वे जैसे देशों के साथ तकनीक आदि में संयुक्त शोध हो और ऐसी तकनीक विकसित की जाए ताकि जलवायु परिवर्तन में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए।

सम्मेलन के बारे में जावड़ेकर ने कहा कि आने वाले पूरे सप्ताह में दुनिया की जो प्रवासी प्रजातियां जैसे पक्षी व जलचर आदि हैं, के सुरक्षा और संवर्धन पर चर्चा होगी। इसके लिए अगले साल फरवरी में नार्वे में भी बैठक होगी। जावड़ेकर ने यह भी बताया कि वर्तमान में सिंगल यूज प्लास्टिक के मामले में भारत प्रथम नेतृत्वकर्ता है। प्रवासी पक्षियों व जलचर, वेस्ट मैंनेजमेंट, प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने या फिर अभियान चलाने आदि के लिए एक 15 सूत्रीय कार्यक्रम बनाया गया है। नार्वे के मंत्री रोटोवाल ने कहा कि एक अच्छी बैठक हुई है और अब दोनों मिलकर जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों को आधुनिक तकनीक के जरिए समाधान ढूंढेंगे।

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