मुंगेर। कोरोना महामारी के बीच, बिहार के मुंगेर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक महिला अपने पति का अंतिम संस्कार करने के लिए क्वारंटीन सेंटर से ही भाग गई। उनके पति की लगभग एक हफ्ते पहले ही कोरोना संक्रमण से अस्पताल में मौत हो गई थी।

कंचन देवी इस दौरान अस्पताल में अकेली थी, उन्होंने दाह संस्कार के लिए अपने ससुराल वालों से मदद मांगी लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद कंचन ने अपने परिवार से संपर्क किया लेकिन उन्होंने भी मदद नहीं की। लेकिन कंचन की मां आगे आईं और बेटी की मदद के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल पहुंची। कंचन और उनकी मां दोनों ने मुंगेर जाने का फैसला किया।

परिवार के पुरुष सदस्यों ने उनकी मदद करने के बजाय जिला प्रशासन से शिकायत कर दी। समस्तीपुर के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी दोनों महिलाओं की समस्या का समाधान नहीं किया और उन्हें क्वारंटीन सेंटर में डाल दिया। लेकिन कंचन के पति की मौत के छह दिन बाद वह क्वारंटीन सेंटर से भाग गई और 18 मई को बेगूसराय पहुंची।

बेगूसराय के संजीव कुमार चौधरी एसडीओ सदर ने कहा कि पीड़िता ने सदर अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारियों से अपने पति के शव को सौंपने का अनुरोध किया। हम तुरंत आगे आए और शव को दाह संस्कार के लिए सौंप दिया। हमने एम्बुलेंस की व्यवस्था की है और शव को सिमरिया घाट स्थित श्मशान घाट भेज दिया है। कंचन ने अंतिम संस्कार किया।

 

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