लखनऊ। उत्तर प्रदेश के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने शुक्रवार को वर्ष 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के फरार आरोपित जालिस अंसारी को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया। वह गुरुवार को नमाज पढ़ने की बात कहकर घर से निकला था और फरार हो गया। थाने में हाजिरी न लगाने पर उसके फरार होने की जानकारी पुलिस को हुई थी।
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने एसटीएफ के आईजी के साथ प्रेसवार्ता कर बताया कि 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपित जलीस अंसारी को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। कानपुर की एक मस्जिद से निकलते समय उसे गिरफ्तार किया गया है। वह मूल रूप से राज्य के संत कबीरनगर का रहने वाला है और नेपाल भागने की फ़िराक में था।
एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि गिरफ्तार जलीस अंसारी पेशे से डॉक्टर है और टेक्नीकली ट्रेड होकर बांग्लादेश से आया था। आतंकी संगठन में भी उसे डॉक्टर के नाम से ही जाना जाता था। इसका नेटवर्क किन-किन लोगों से जुड़ा है, इस पर टीम काम कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएगा, उसे जल्द ही मीडिया में खुलासा किया जाएगा। अभी आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि डॉ. मोहम्मद जालिस अंसारी को 1993 में हुए सीरियल बम विस्फोट मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इसी सजा को वह राजस्थान स्थित अजमेर जेल में भुगत रहा था। वहां से 21 दिन के पैरोल पर 26 दिसंबर को जेल से छूटा था। उसके बाद मुंबई स्थित आग्रीपाडा इलाके के मोमिनपुरा में बेटे के पास रहने आया था। नियमों के तहत उसे हर दिन 10 से 12 बजे तक आग्रीपाडा पुलिस स्टेशन में हाजिरी लगानी थी।
गुरुवार को जालिस अंसारी पुलिस स्टेशन नहीं पहुंचा तो उसके बेटे के घर पर पूछताछ की गई। पता चला कि वह सुबह नमाज पढऩे के लिए घर से निकला था। देर रात मोहम्मद जालिस अंसारी के घर वालों ने उसके लापता होने की रिपोर्ट आग्रीपाडा पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई। लेकिन इससे पहले ही पुलिस उसे फरार मानकर सरगर्मी से ढूंढने लगी। आखिरकार शुक्रवार को उसे पुलिस ने कानपुर से गिरफ्तार कर लिया।