नई दिल्ली। कांग्रेस ने दिल्ली में भड़की हिंसा के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। विपक्षी दल ने कहा कि विदेशी मेहमान देश के दौरे पर है लेकिन उसके बावजूद अतिरिक्त सजगता नहीं बरती गई। कांग्रेस ने हिंसक घटनाओं को हवा देने वाले तथा उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग भी की।

कांग्रेस मुख्यालय में मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में हिंसा, आगजनी, पत्थरबाजी एवं गोलीबारी की घटनाओं ने देश का सीना छलनी कर दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की साजिश की वजह से दिल्ली आज हिंसा की चपेट में हैं। कुछ लोग प्रयासरत हैं कि दिल्ली को दंगों वाली राजधानी के तौर पर जाना जाए। ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी है कि एकजुट होकर साजिशकर्ताओं को गलत साबित करें। उन्होंने दिल्ली के लोगों से अपील है कि वो अपने ही भाइयों के खिलाफ खड़े न हों, बल्कि साथ मिलकर राज्य और देश को आगे बढ़ाने में सहायक हों।

कांग्रेस नेता ने कहा कि क्या महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने इसी भारत का सपना देखा था। किसी भी तरह की हिंसा का गांधी जी के भारत में कोई स्थान नहीं हो सकता। कांग्रेस इन दंगों की कड़ी निंदा करती है और मांग करती है कि दोषियों की पहचान कर असली अपराधियों, उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि लोग उम्मीद कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री आगे आकर शांति सुनिश्चित करें। आज जमीन पर शांति स्थापित करने और भाईचारा कायम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दलगत राजनीति और विरोधाभास से ऊपर उठकर समाज में भाईचारा और सौहार्द कायम करने के लिए हर तरह से केंद्र एवं दिल्ली सरकार के साथ खड़ी रहेगी।

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