नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि भारत आर्थिक सुस्ती के दौर से नहीं गुजर रहा है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में अब भी सबसे तेजी से वृद्धि कर रही है। अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए उठाए गए कदमों के बारे में उन्होंने कहा कि उद्योगों को टैक्स में छूट दी गई है। इसके अलावा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में भी सहूलियतें दी गई हैं।
ठाकुर ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों को बड़े बैंकों के साथ मर्ज कर दिया गया है, जिसका उद्देश्य बैंकों को मजबूत करना है। सरकार ने कालेधन के खिलाफ भी कई कदम उठाए हैं। जीएसटी और नोटबंदी की वजह से करदाताओं की संख्या दोगुनी हो गई है।
उन्होंने नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (एनएसओ) के आंकड़ों के हवाले से कहा कि साल 2014 से 2019 तक एवरेज जीडीपी ग्रोथ 7.5 फीसदी रही है, जो कि जी-20 देशों में सबसे अधिक है। अक्टूबर की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में बताया गया है कि दुनियाभर में आर्थिक सुस्ती है। जीडीपी ग्रोथ में कमी आई है, इसके बावजूद देश की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से विकास कर रही है।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ठाकुर ने कहा कि देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए निवेश लायक माहौल तैयार करने के साथ इन्सॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड भी लाया गया है। कारपोरेट टैक्स को भी 30 फीसदी से घटाकर 22 फीसदी किया गया है। इसके अलावा घेरलू उद्योगों का टैक्स 15 फीसदी तक कर दिया गया, जो कि दुनिया में सबसे कम है। ठाकुर ने कहा कि 2020 की वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के मामले में भारत की रैंकिंग में 14 स्थानों का सुधार हुआ है, जो ये दर्शाती है कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है।