अयोध्या। रामनगरी में कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर लाखों श्रद्धालुओं ने सरयू में स्नान कर पुण्य अर्जित किया। मेला क्षेत्र सहित पूरे जिले का कमिश्नर मनोज मिश्र, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने दोपहर में हवाई निरीक्षण भी किया।

अयोध्या में राम जन्म भूमि के मालिकाना हक को लेकर सुप्रीम फैसले के मद्देनजर भारी सुरक्षा पाबंदियों में कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी आमद से बाजार, घाट और मठ मंदिर गुलजार हैं। मंगलवार को मेले के अंतिम पर्व कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद है। दोपहर में हवाई निरीक्षण भी चलता रहा।

पूर्णिमा स्नान सोमवार की शाम पूर्णिमा तिथि शुरू होने के साथ ही सुरक्षाबलों तथा अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया।
सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा तिथि सायं 4.34 बजे से प्रारम्भ हो चुका है जो मंगलवार को सायं 6.42 बजे समाप्त होगी।तिथि प्रारम्भ होने के बावजूद श्रधालु उदया तिथि में ही स्नान कर रहे।

स्नान के बाद नागेश्वरनाथ मंदिर, हनुमानगढ़ी, मणिरामदास जी की छावनी, कनक भवन, राम जन्मभूमि में दर्शन पूजन कर रहे है।

श्रद्धालुओं का जमावड़ा अयोध्या की ओर हर आने वाले रास्तों पर श्रद्धालुओं का रेला ही दिख रहा है। रामनगरी आने वालों की नयाघाट, टेढ़ी बाजार सहित नगर में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों पर सघन जांच व तलाशी हो रही है। पहले के जैसा ही रुट डाइवर्जन से वाहनों को अयोध्या में नही आने दिया जा रहा है। बाईपास, रामसेवकपुरम सहित कई स्थानों पर वाहन स्टैंड बनाया गया है जहां भारी संख्या में वाहन पार्क है।

सात जोन और 23 सेक्टर में विभाजित कर हो रही मेला निगरानी
मेला क्षेत्र को सात जोन में स्नान घाट, नागेश्वर नाथ मंदिर, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, यातायात, भीड़ जोन तथा गुप्तारघाट और 23 सेक्टर में बांटकर जोनल और सेक्टर प्रभारियों के साथ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में मेले की सुरक्षा व व्यवस्था की निगरानी किया जा रहा है। श्रद्धालु की सुरक्षा में अर्धसैनिक बलों में सीआरपीएफ, आरएएफ़, बीएसएफ को लगाया गया है। साथ में पीएसी, जल पुलिस, महिला पुलिस, घुड़सवार दस्ता समेत विभिन्न दस्तों भी मुस्तैद हैं।

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