कोलकाता। बागदा से भाजपा के विधायक दुलाल बर को पश्चिम बंगाल विधानसभा से इस बार पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने उन्हें एक दिन के लिए निलंबित किया था लेकिन मंगलवार को उन्हें पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित करने की घोषणा विधानसभा अध्यक्ष ने की है।
मंगलवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विशेष उल्लेख के दौरान उन्होंने मां के सामने एक बेटी से दुष्कर्म और हत्या की घटना के खिलाफ नाराजगी जताते हुए उस पर जवाब मांगा। रविवार को बासंती के चरविद्या हलदरपाड़ा की इस घटना पर उन्हें बोलने के लिए अध्यक्ष विमान बनर्जी ने अधिक समय नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर विरोध जताते हुए उन्होंने वाकआउट किया।
बाहर आकर उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद एक महिला हैं। इसके बावजूद राज्य में महिलाओं को सुरक्षा नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि बासंती में जिस महिला के साथ यह घटना हुई है। वह तृणमूल नेता की पत्नी है। इसके बाद विधानसभा में राज्य सरकार के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने कहा कि दुलाल बर विधानसभा की परंपरा को नहीं मान रहे हैं। इससे सभा की गरिमा नष्ट हो रही है। उन्हें रोकने हेतु कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्हें अधिवेशन से निष्कासित करने की जरूरत है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने कहा कि आपके सुझाव को प्रस्ताव के तौर पर ग्रहण करता हूं। आप लिखित में दीजिए। दुलाल बर के खिलाफ अधिवेशन की धारा-347 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसे पढ़कर भी उन्होंने सुनाया।
उन्होंने कहा कि दुलाल बर जैसा व्यवहार कर रहे हैं, वह आपत्तिजनक है। इससे सदन की गरिमा नष्ट हो रही है। इसलिए इस पूरे सत्र के लिए उन्हें निलंबित करने हेतु मैं सदन का पक्ष जानना चाहता हूं। विधानसभा के अधिकांश विधायकों ने अध्यक्ष का समर्थन किया। माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि दुलाल बर को अध्यक्ष की ओर से अतिरिक्त अनुमति दी जा रही है। हालांकि अध्यक्ष ने इस बयान पर इनकार किया लेकिन इस बात पर भी सुजन के साथ उनका तर्क-वितर्क होने लगा। बाद में सदन के अधिकतर विधायकों ने अध्यक्ष के प्रस्ताव का समर्थन किया।
मंत्री अरूप विश्वास ने सदन के कक्ष में खड़े होकर इसका स्वागत करते हुए कहा कि सदन में बैठने वाले विधायकों को विधानसभा की गरिमा को बनाए रखना होगा।