मुंबई। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि राज्य में उत्पन्न राजनीतिक स्थिति के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से जिम्मेदार है। इस स्थिति को सुधारने के लिए न तो प्रधानमंत्री ने प्रयास किया और न ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने। शिवसेना को बगैर पूछे एनडीए से निकाल दिया गया लेकिन शिवसेना अब राज्य में कांग्रेस व राकांपा के साथ मिलकर सरकार गठन करने जा रही है।

उद्धव ठाकरे ने यह वक्तव्य शुक्रवार को शिवसेना विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए दिया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मतगणना के बाद जब भाजपा व शिवसेना में तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई तो सिर्फ देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें फोन किया था। इसके बाद तब से लेकर अब तक स्थिति को सामान्य बनाने का कोई प्रयास प्रधानमंत्री व भाजपा अध्यक्ष की ओर से नहीं किया गया। राज्य में वैकल्पिक सरकार बनाना जरूरी था, इसी वजह से शिवसेना ने राकांपा व कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने का प्रयास शुरू किया है। आज शाम को कांग्रेस राकांपा नेताओं के साथ बैठक होने के बाद सरकार बनाने का रास्ता साफ हो जाएगा।

बताया जा रहा है कि शिवसेना विधायक दल की बैठक में यह मांग की गई कि उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री बनें लेकिन उद्धव ठाकरे ने इस पर अभी तक किसी निर्णय का ऐलान नहीं किया है। उद्धव ठाकरे ने सभी विधायकों को मुंबई में ही रुकने का निर्देश दिया है। शिवसेना नेता सुनील प्रभु ने बताया कि शिवसेना के सभी विधायक मुंबई में होटल ललित में एक साथ ही ठहरने वाले हैं। शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा कि शिवसेना विधायकों के टूटने की कोई आशंका नहीं है। सभी विधायक एक स्थान पर रहें, इसी वजह से इस तरह की व्यवस्था की गई है।

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