कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बीरभूम में टीएमसी नेता की हत्या के बाद सोमवार देर रात हिंसा भड़क गई. यहां भीड़ ने 10-12 घरों के दरवाजे को बंद कर आग लगा दी । एक ही घर से 7 लोगों के शव निकाले गए हैं। भड़की हिंसा में अब तक कुल 10 लोगों की मौत हो गई है ।

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घटना के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में टीएमसी के उपप्रधान की हत्या का बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही डीएम समेत बीरभूम के तमाम बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंचे । पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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बंगाल के बीरभूम के रामपुरहाट में सोमवार देर रात बम फेंककर पंचायत नेता भादू शेख की हत्या कर दी गई थी. जानकारी के अनुसार शेख स्टेट हाईवे 50 पर जा रहे थे। तभी अज्ञात लोगों ने उनपर बम फेंक दिया जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद उन्हें रामपुरहाट के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

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यह पहली बार नहीं है जब पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा की घटना हो रही है। पिछले साल चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद हुई हिंसा में कम से कम 16 लोगों की जान ले ली थी।

जानकारी के मुताबिक हत्याओं के बाद क्षेत्र के किसी भी घर में एक भी पुरुष सदस्य नहीं बचा । यह हाल के दिनों में पश्चिम बंगाल में हुई सबसे बड़ी राजनीतिक हिंसा में से एक है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, हमलावरों द्वारा इमारतों में आग लगाने से पहले कई लोगों को उनके घरों के अंदर बंद कर दिया गया था। पुलिस अब मौके पर पहुंच गई है और जांच की जा रही है।

इस हिंसक वारदात के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बैकफुट पर आ गई हैं। राज्य सरकार ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) ज्ञानवंत सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।

भाजपा ने ममता से मांगा इस्तीफा

वहीं, बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है। मजूमदार ने कहा, “बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है।

अगर सत्ताधारी दल के नेताओं को बैक-टू-बैक हमलों में मारा जा सकता है, तो आम लोग कितने सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री को अभी इस्तीफा देना चाहिए” ।

टीएमसी ने दिया जवाब

टीएमसी के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने मजूमदार पर पलटवार किया है। सेन ने कहा, “भाजपा एक घटना के कारण मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही है। इस आधार पर तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भाजपा शासित राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए पहले इस्तीफा देना चाहिए था” ।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आगजनी टीएमसी के एक गुट के सदस्यों की ओर से की गई है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज किया है। बीरभूम जिले के टीएमसी के अध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने दावा किया कि यह आग हिंसा के दौरान नहीं लगाई गई है। उन्होंने कहा कि यह आगजनी शॉर्ट सर्किट के चलते हुई थी और उसी की वजह से घरों में आग लग गई। सोमवार की रात को कोई हिंसा नहीं हुई थी।

 

 

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