-भाजपा को आग से न खेलने की चेतावनी
गुवाहाटी। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के असम प्रभारी महासचिव हरीश रावत ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को चेतावनी दी कि वह आग से न खेलें। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को कांग्रेस शासित राज्यों पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पांडिचेरी आदि में लागू नहीं होने देंगे।
वे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में शुक्रवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार देश में शांति, सौहार्द एवं सामाजिक समरसता को खत्म कर रही है। यही वजह है कि पूरे देश में लाखों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी भी हालत में इस कानून को स्वीकार नहीं करेगी। कांग्रेस कार्यकर्ता आखिरी दम तक इसका विरोध करते रहेंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनते ही ‘सीएए’ को निरस्त कर दिया जाएगा। क्योंकि, यह सर्वधर्म समभाव के खिलाफ है। साथ ही यह असम समझौते का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि असम पहला राज्य है जहां इसका विरोध खुलकर शुरू हुआ। कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में निर्णय हुआ है कि पूरे देश में राहुल गांधी के नेतृत्व एवं सोनिया गांधी के मार्गदर्शन में विरोध प्रदर्शन होगा।
राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि सीएम सर्वानंद सोनोवाल एवं वित्त मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा के बीच आलाकमान को खुश करने की अंधी प्रतिस्पर्धा चल रही है। कांग्रेस पर सीएए के बहाने देश में हिंसा फैलाने के अरोपों पर कहा कि कांग्रेस ऐसे आरोपों को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती है, कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा। पत्रकार सम्मेलन को पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने भी संबोधित किया।