कोलकाता। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नारद स्टिंग ऑपरेशन प्रकरण में तृणमूल कांग्रेस के तीन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से अनुमति मांगी है। सीबीआई के सूत्र ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की है। जिन तीन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की अनुमति मांगी गयी है उनमें काकोली घोष दस्तीदार, प्रसून बनर्जी और सौगत रॉय शामिल हैं।

काकोली घोष बारासात लोकसभा सीट से जीते हैं जबकि प्रसून बनर्जी हावड़ा सदर के सांसद हैं। एक कॉलेज में प्राध्यापक रह चुके सौगत रॉय दमदम से सांसद हैं। नियम के मुताबिक संसद सदस्यों के खिलाफ किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई करने से पहले लोकसभा स्पीकर की अनुमति लेनी पड़ती है। इसी प्रक्रिया का पालन करते हुए सीबीआई ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखी है। इसमें इन नेताओं के खिलाफ नारद स्टिंग मामले में चार्जशीट पेश करने की अनुमति मांगी है।

वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव से पहले नारद स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो वायरल हुआ था। नारद न्यूज़ पोर्टल के कार्यकारी अधिकारी मैथ्यू सैमुअल सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता, मंत्रियों और आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा समेत 11 लोगों से मिले थे। इन सभी लोगों ने पांच-पांच लाख रुपये घूस लेकर मैथ्यू की फर्जी कंपनी को अवैध तरीके से कारोबार करने में मदद करने का आश्वासन देते हुए कैमरे में कैद हुए थे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया, “अभी तक लोकसभा स्पीकर से अनुमति नहीं मिली है। जैसे ही अनुमति मिलती है, आगे की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी। इस सूची में राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी भी शामिल हैं। हालांकि उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए लोकसभा स्पीकर की अनुमति की जरूरत नहीं है।”

उल्लेखनीय है कि नारद स्टिंग मामले में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मुकुल रॉय और राज्यसभा सदस्य केडी सिंह से बुधवार को दिल्ली में सीबीआई ने करीब तीन घंटे तक पूछताछ की थी। उनकी आवाज के नमूने रिकॉर्ड किए गए हैं। मैथ्यू सैमुअल से भी दिल्ली में सीबीआई ने पूछताछ कर उनका बयान रिकॉर्ड किया है। कोलकाता के पूर्व मेयर और हाल ही में भाजपा में शामिल हुए शोभन चटर्जी, आरामबाग से सांसद अपरूपा पोद्दार को नोटिस भेजकर उन्हें क्रमशः 31 अगस्त और दो सितंबर को सीबीआई के कोलकाता दफ्तर में हाजिर होने को कहा गया है।

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