पंजाब। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक की जांच करने पहुंची केंद्रीय टीम ने फिरोजपुर के BSF कैंप में पंजाब के DGP सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय समेत 13 वरिष्ठ पुलिस अफसरों को तलब किया। केंद्रीय टीम ने PM मोदी के दौरे को लेकर फिरोजपुर में बनाए गए VIP कंट्रोल रूम के इंचार्ज को भी पूछताछ के लिए बुलाया।
इससे पहले केंद्र सरकार की जॉइंट सेक्रेटरी सिक्योरिटी ने पंजाब के चीफ सेक्रेटरी अनिरुद्ध तिवारी को पत्र लिखकर इन सब अधिकारियों की हाजिरी शुक्रवार को फिरोजपुर में सुनिश्चित बनाने को कहा था। केंद्र की ओर से पत्र में यह भी कहा गया कि जरूरत पड़ने पर इनके अलावा अन्य अफसरों को भी बुलाया जा सकता है।
केंद्रीय टीम ने पंजाब पुलिस के जिन अफसरों को तलब किया, पंजाब के कार्यकारी DGP सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय और पंजाब सरकार की तरफ से PM सिक्योरिटी का जिम्मा देख रहे ADGP जी. नागेश्वर राव के अलावा ADGP जितेंद्र जैन, पटियाला रेंज के IG मुखविंदर सिंह छीना, फिरोजपुर रेंज के DIG इंद्रबीर सिंह, फरीदकोट रेंज के DIG सुरजीत सिंह, फिरोजपुर के DC दविंदर सिंह, बठिंडा के DC एपीएस संधू, फिरोजपुर के SSP हरमनदीप सिंह हंस, मोगा के SSP चरणजीत सिंह सोहल और बठिंडा के SSP अजय मलूजा शामिल रहे।
टीम ने कोटकपूरा के ड्यूटी मजिस्ट्रेट वरिंदर सिंह, लुधियाना के जॉइंट कमिश्नर अंकुर महेंद्रु के अलावा फिरोजपुर में बनाए गए वीआईपी कंट्रोल रूम के इंचार्ज को भी पूछताछ के लिए बुलाया।
प्रदर्शनकारियों ने PM मोदी का काफिला रोका था। तब PM को फ्लाईओवर पर कार में 20 मिनट तक बैठे रहना पड़ा था।
प्रदर्शनकारियों ने PM मोदी का काफिला रोका था। तब PM को फ्लाईओवर पर कार में 20 मिनट तक बैठे रहना पड़ा था।
इससे पहले केंद्र सरकार की तीन मेंबरी टीम शुक्रवार सुबह पंजाब पहुंची। ये टीम सबसे पहले उसी जगह पहुंची, जहां PM मोदी का काफिला रुका था। इसके बाद टीम फिरोजपुर में BSF कैंप गई। टीम के अधिकारी उस दिन काफिले के आगे जाम वाली जगह पर तैनात रहे पुलिस कर्मचारियों से भी टीम पूछताछ कर रही है। टीम हुसैनीवाला भी पहुंची जहां 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहुंचना था। केंद्रीय टीम ने हुसैनीवाला में शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को नमन किया।
केंद्रीय टीम की पड़ताल में यह बातें शामिल
जहां PM मोदी का काफिला रुका था, वहां जाकर टीम ने देखा कि उस फ्लाईओवर के चारों तरफ किस तरह के हालात थे? प्रदर्शनकारी PM की कार से कितनी दूरी पर थे? इस दौरान वहां कितनी पुलिस तैनात थी? आसपास कौन-कौन से गांव हैं? वहां से बॉर्डर कितनी दूर है? इसके बाद टीम फिरोजपुर के SSP के दफ्तर की तरफ जा रही थी, लेकिन अचानक BSF कैंप में पहुंच गई। जहां पंजाब पुलिस के आला अफसरों से पूछताछ हुई।
PM का काफिला रोकने के मामले में 150 लोगों पर FIR
इधर, पंजाब सरकार ने PM का काफिला रोकने के आरोप में 150 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हालांकि इसमें किसी का नाम नहीं है। थाना कुलगढ़ी में दर्ज इस मामले में मोगा-फिरोजपुर रोड पर प्यारेआणा फ्लाईओवर पर जाम लगाने वालों को आरोपी बनाया गया है। PM की सुरक्षा बड़ा मुद्दा बनने के बाद पंजाब सरकार इन्हें जल्द गिरफ्तार कर सकती है। इसको लेकर किसान संगठनों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दिल्ली से आई टीम में IB और SPG के आला अफसर
दिल्ली से आई केंद्रीय टीम में इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के जॉइंट डायरेक्टर बलबीर सिंह, सिक्योरिटी सचिव सुधीर कुमार सक्सेना और स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के IG एस. सुरेश शामिल हैं। पंजाब में हाल ही में BSF का दायरा 15 से 50 किमी किया गया है। इसे उससे भी जोड़कर देखा जा रहा है।
पंजाब सरकार की कमेटी ने केंद्र को रिपोर्ट भेजी
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में केंद्र के अलावा पंजाब सरकार ने भी 2 सदस्यों की जांच टीम बनाई है, जिसमें रिटायर्ड जस्टिस मेहताब सिंह गिल और राज्य के गृह सचिव अनुराग वर्मा को शामिल किया गया है। इस जांच की पहली रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जा चुकी है, जिसमें कहा गया है कि पंजाब की स्थिति के बारे में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को सूचना दे दी गई थी।