नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चीनी लोन ऐप मामले में ऑनलाइन भुगतान गेटवे कंपनियों और उनके ठिकानों पर छापेमारी की है। ED की टीम ने ऑनलाइन पेमेंट गेटवे रेजरपे, पेटीएम और कैश फ्री के परिसरों पर छापा मारा है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

ED की टीम ये छापेमारी चाइनीज लोन ऐप केस से जुड़े मामलों में कर रही है। मामला चीनी लोगों द्वारा कंट्रोल्ड ‘अवैध’ इंस्टेंट स्मार्टफोन बेस्ड लोन से जुड़ा है। ED के मुताबिक शुक्रवार को बेंगलुरु के छह ठिकानों पर छापेमारी से शुरुआत की गई, जो शनिवार को भी जारी है। जांच अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान मर्चेंट आईडी और चीन के लोगों की ओर से नियंत्रित संस्थाओं के बैंक अकाउंट्स में रखे 17 करोड़ रुपये जब्त किये हैं।

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प्रवर्तन निदेशालय PML Act 2002 के तहत कर्नाटक के बेंगलुरु सहित छह ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। एजेंसी के मुताबिक ये छापेमारी ऑनलाइन पेमेंट गेटवे कंपनियों रेजरपे, पेटीएम और कैशफ्री के ठिकानों पर अभी चल रही है, जो चीनी व्यक्तियों द्वारा ‘अवैध’ तत्काल स्मार्टफोन-आधारित ऋण ‘नियंत्रित’ के खिलाफ है। एजेंसी ने इस छापेमारी के दौरान मर्चेंट आईडी और चीन के लोगों की ओर से नियंत्रित संस्थाओं के बैंक खातों में रखे गए 17 करोड़ रुपये जब्त किए हैं।

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उल्लेखनीय है कि इन संस्थाओं के काम करने का तरीका यह है कि वे भारतीय नागरिकों के जाली दस्तावेजों का उपयोग कर उन्हें डमी निदेशक बनाकर अवैध आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। ED ने कहा है कि इन संस्थाओं को चीन के लोगों की ओर से नियंत्रित किया जाता है।

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