भोपाल। रायसेन जिले का निवासी एक परिवार ओबेदुल्लागंज में स्थित अपनी जमीन से कब्जा हटवाने की मांग को लेकर शनिवार शाम पांच बजे राजधानी भोपाल के कस्तूरबा नगर स्थित 110 फीट ऊंची पानी की टंकी पर चढ़ गया था। लगभग 24 घंटे बाद रविवार को शाम पांच बजे पूरा परिवार नीचे उतर गया है। पिता की जिद की वजह से पूरा परिवार कड़कड़ाती ठंड में रातभर टंकी पर रहा। नीचे उतरने से पहले युवक की पत्नी ने बच्चों के लिए खाना मांगा था। गोविंदपुरा थाना प्रभारी अशोक सिंह परिवार उसे खाना देने के लिए पानी की टंकी पर चढ़े और उनकी समझाइश के बाद परिवार 15 मिनट बाद टंकी से नीचे उतर आया।

दरअसल, रायसेन निवासी रीतेश गोस्वामी अपनी पत्नी सीमा और तीन बच्चों के साथ गोविंदपुरा स्थित कस्तूरबा नगर की पानी की टंकी पर शनिवार शाम 5.15 बजे चढ़ गए थे। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिवार को उतरने के लिए आग्रह किया, लेकिन वे नहीं उतरे। पूरे परिवार ने रात पानी की टंकी पर ही बिताई। रीतेश लगातार उनकी जमीन पर कब्जे को हटाने की मांग पर अड़ा रहा। उनका कहना था कि अगर उनकी जमीन से कब्जा नहीं हटाया गया तो वह टंकी से कूद कर जान दे देंगे।

सूचना मिलते ही एएसपी राजेशसिंह भदौरिया, एसडीएम मनोज वर्मा सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। एसडीएम, एएसपी ने माइक से रितेश से नीचे उतरकर बात करने की अपील की। कालोनी के लोगों ने भी रितेश से पूरी सहानुभूति जताते हुए नीचे आने की लगातार अपील की, लेकिन वे लोग नहीं माने। यहां तक कि गौहरगंज एसडीएम आदित्य शर्मा, औबेदुल्लागंज थाना प्रभारी संदीप चौरसिया भी मौके पर आ गए, लेकिन गिरी परिवार कड़ाके की सर्दी में रातभर टंकी पर ही चढ़ा रहा।

गोविंदपुरा थाना प्रभारी अशोक सिंह परिहार ने बताया कि परिवार को समझाने के प्रयास किए गए, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुए। रातभर पूरा परिवार टंकी पर रहा। शाम को रीतेश की पत्नी ने बच्चों के लिए खाना मांगा। तब उन्होंने परिवार को आश्वसन दिया कि जायज मांग पूरी की जाएगी। उसके बेटी के साथ मारपीट करने वाले आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद ही परिवार टंकी से उतरने को सहमत हुआ। टंकी से उतरने के बाद मौके पर मौजूद रायसेन पुलिस उसे एफआईआर दर्ज करने के लिए कार में बैठाया। उसे रायसेन लेकर रवाना हो गई।

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