भुवनेश्वर। ओडिशा के कोरापुट-रायगड़ा जिले की सीमा पर मौजूद सिंगाराम रेलवे स्टेशन पर एक ही परिवार के तीन लोगों का छिन्न-विछिन्न अवस्था में शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। तीनों शव की पहचान कर ली गई है। इनका नाम पिता केशव सुबुद्धि (45), 12 वर्षीय बेटी भाग्यलक्ष्मी एवं बेटा सोहन सुबुद्धि (7) है।

इनका घर जिलास कोरापुट के दशमंतपुर ब्लाक में है मगर वह करीबन 15 साल से रायगड़ा जिले के टिकिरी थाना अन्तर्गत पोड़ापाड़ी गांव में अपनी पत्‍नी एवं बच्चों के साथ रहते थे। इस रहस्यमय घटना के पीछे क्या कारण है, इस संदर्भ में ना ही प्रत्यक्षदर्शी कुछ बता रहे हैं और ना ही परिवार के लोग मुंह खोल रहे हैं। हालांकि जीआरपी ने इसे आत्महत्या बताया है। जीआरपी का कहना है कि मृत्यु के पीछे पारिवारिक कलह है। इसी कलह के कारण दो बच्चों के साथ पिता ने आत्महत्या कर ली है।

केशव की पत्‍नी का कहना है कि टिकिरी के पास हिंडालको कंपनी में केशव काम करते थे। सुबह के समय वह घर आए और दोनों बच्चों को घुमाने ले जाने की बात कहकर बाइक से निकल गए। कुछ समय बाद फोन कर कहा कि नहाने के लिए पानी गरम कर रखो मैं आ रहा हूं। इसके कुछ ही समय बाद खबर आयी की तीन लोगों का छिन्न-विछिन्न अवस्था में सिंगाराम रेलवे स्पेशन पर शव पड़ा है। वहीं प्रत्यक्ष दर्शियों का कहना है कि मालगाड़ी जब आ रही थी उस समय पटरी से हटने के लिए दोनों बच्चें छटपटा रहे थे मगर पिता ने दोनों बच्चों को दोनों हाथों में जकड़ लिया था। देखते-देखते ही मालगाड़ी और उनके ऊपर से गुजर गई। तीनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।

इस रहस्यमय मृत्यु घटना के पीछे हकीकत में क्या कारण उस पर रहस्य बरकरार है। जीआरपी कह रही है कि पारिवारिक कलह के कारण केशव ने अपने दो बच्चों के साथ आत्महत्या करने के लिए ट्रेन लाइन पर चलकर आ रहे थे और मालगाड़ी का धक्‍का लगने से तीनों की मौत हो गई। किस कारण से पारिवारिक विवाद था। इन तमाम विषयों पर मामला दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही है।

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