नई दिल्ली| मध्य प्रदेश के बेतुल निवासी बिरदीचंद गोठी 5 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाए गए थे| बता दे की इन्होंने आजादी के समय महात्मा गांधी के साथ उनके असूलों पर चलकर आजादी के लिए लड़ाई की थी| लेकिन 104 वर्षीय इस सेनानी ने भारत की आजादी की तरह इस बार भी कोरोना महामारी जैसी जंग जीत ली है|

कोरोना संक्रमित होने के बाद इन्होंने घर में ही रहकर अपने घर के डॉक्टर से इलाज कराया| बता दे की अभी भी इन्हे 2-3 घंटे दिन में आक्सिजन दिया जाता है| जब इनसे पूछा गया की इन्होंने कैसे कोरोना से लड़ाई लड़ी तो हंस कर उन्होंने जवाब दिया कि, “ हमेशा सकारात्मक रहे, खुश रहे, मुसकुराते रहे, व्यायाम करे और संतुलित आहार लें|”

इतनी उम्र होने के बाद भी कोरोना से इन्होंने  जंग जीत ली| साथ ही यह भी कहा कि हमे हमेशा खुश रहना है, क्योंकि खुश रहने से इंसान की आधी बीमारी खत्म हो जाती है|

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