श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अनुच्छेद 370 हटने के बाद करीब पांच महीनों से घर पर नजरबंद चार नेताओं को शुक्रवार को रिहा कर दिया। यह नेता नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के हैं।

एक पूर्व मंत्री और पिछली विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष समेत चार नेताओं को गुरुवार देररात रिहा किया गया था। अधिकारियों ने कहा है कि पीडीपी के पूर्व मंत्री अब्दुल हक खान, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व उपाध्यक्ष नजीर अहमद गुरेजी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के पूर्व विधायक मोहम्मद अब्बास वानी और कांग्रेस के पूर्व विधायक हाजी अब्दुल राशिद को घर में नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है।

इससे पहले गुरुवार को रिहा नेताओं में पहलगाम से नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व विधायक अल्ताफ अहमद कालू, श्रीनगर नगर निगम के पूर्व मेयर सलमान सागर, शौकत गनई, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के पूर्व विधायक निजामदीन बट और मुख्तार बाबा शामिल हैं। दो दिन में प्रशासन नौ नेताओं को रिहा कर चुका है। हालांकि उप जेल में तब्दील किए जा चुके एमएलए हॉस्टल में अभी भी करीब 21 नेता बंद हैं।तीन पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के शाह फैसल की रिहाई पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।

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