नई दिल्ली| देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर तकरीबन एक महीने बाद भी थमने का नाम नहीं ले रही इस दौरान, कोरोना के दोहरे म्यूटेशन के बाद तिहरे म्यूटेशन के नए प्रकार ने लोगों की चिंता बढ़ा दी थी। पर एक अच्छी खबर है कि यह प्रकार बी. 1.1. 618 अब लगभग खत्म हो चुका है। भारतीय वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वायरस पश्चिम बंगाल में पाया गया था लेकिन ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि अब यह गायब हो चुका है।

सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मालीक्युलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) के निदेशक डा. राकेश मिश्रा ने कहा कि पश्चिम बंगाल या देश के अन्य किसी हिस्से में अब इसके संक्रमण के मामले नहीं आ रहे हैं। लेकिन राज्य से लिए गए नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग बता रही है कि इसकी जगह अब डबल म्यूटेशन वाले वेरिएंट ने ले ली है जो कहीं ज्यादा तेजी से फैल रहा है।

कोई प्रकार क्यों ज्यादा फैल रहा है, इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं लेकिन संक्रामकता ज्यादा होना एक प्रमुख वजह हो सकती है। जब कोई एक स्ट्रेन तेजी से फैलता है तो दूसरा कमजोर पड़ जाता है। उन्होंने कहा कि अभी तक जिस प्रकार के नतीजे आ रहे हैं तो यह कहा जा सकता है कि तिहरे म्यूटेशन वाला कोरोना वेरिएंट अब मौजूद नहीं दिखता है।

प्राकृतिक कारणों से वायरस में बदलाव होते रहते हैं। यह एक या इससे अधिक भी हो सकते हैं। बी. 1.1. 618 में तीन बदलाव देखे गए। पहला ई484के और दूसरा डी614जी। तीसरा बदलाव यह देखा गया है कि इसमें दो जीन एच146डीईएल तथा वाई445डीईएल गायब पाए गए हैं। मार्च अंत और अप्रैल के शुरू में पश्चिम बंगाल में इसका संक्रमण देखा गया था। 

 

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