रांची/नयी दिल्ली: झारखंड की ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ा जायेगा. इसका काम ह्यूजेज इंडिया को सौंपा गया है. ह्यूजेज इंडिया भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की जीसैट-19 और जीसैट-11 सैटेलाइट की क्षमता का ह्यूजेज ज्यूपिटर प्रणाली के साथ इस्तेमाल करते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत को इंटरनेट सेवा से जोड़ेगी. सरकार ने अगस्त, 2021 तक देश की सभी 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को हाई स्पीड ब्रॉडबैंड सेवा से जोड़ने का लक्ष्य रखा है.

यही वजह है कि भारत सरकार ने भारत नेट परियोजना के तहत सीमा क्षेत्रों और नक्सल प्रभावित राज्यों तथा द्वीपीय क्षेत्रों की 5,000 ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ने के लिए ह्यूजेज कम्युनिकेशंस का चयन किया है. इन ग्राम पंचायतों को मार्च, 2021 तक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोड़ा जायेगा. ह्यूजेज कम्युनिकेशंस ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

कंपनी ने कहा है कि मार्च, 2021 तक जिन पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोड़ा जाना है, वे 5,000 ग्राम पंचायतें पूर्वोत्तर राज्यों मसलन मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश के अलावा पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी तथा अंडमान एवं निकोबार और लक्षद्वीप में स्थित हैं. इन क्षेत्रों में फाइबर या केबल नेटवर्क का अभाव है.

कंपनी ने कहा है कि भारतनेट नेटवर्क, भारत ब्रॉडबैंड निगम लिमिटेड ने तैयार किया है. इसके तहत देश की सभी ग्राम पंचायतों के नागरिकों और संस्थानों को हाई स्पीड के ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ा जायेगा. ह्यूजेज के प्रवक्ता ने कहा कि इस परियोजना के तहत नक्सली हिंसा प्रभावित राज्यों छत्तीसगढ़ और झारखंड की ग्राम पंचायतों को भी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ा जायेगा.

बीबीएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सर्वेश सिंह ने कहा, ‘हम दूर-दराज के क्षेत्रों तथा कठिन स्थलों पर स्थित ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोड़ने के लिए टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड तथा ह्यूजेज के साथ भागीदारी कर काफी खुश हैं.’

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