नई दिल्ली: साल के पहले दिन आर्थिक र्मोचे पर सरकार के लिए अच्छी खबर है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह दिसंबर महीने में सालाना आधार पर 15 फीसदी बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है।
पिछले महीने नवंबर में जीएसटी संग्रह करीब 1.46 लाख करोड़ रुपये रहा था। जीएसटी संग्रह लगातार 10वें महीने 1.40 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा था। वित्त मंत्रालय की ओर से रविवार को बताया गया कि दिसंबर महीने में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.49 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। दिसंबर के दौरान सकल जीएसटी राजस्व 1,49,507 करोड़ रुपये रहा।
इसमें सीजीएसटी 26,711 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 33,357 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 78,434 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 40,263 करोड़ रुपये सहित) रहा है। इसमें उपकर का 11,005 करोड़ रुपये और माल के आयात पर 850 करोड़ रुपये शामिल है।
दिसंबर में वस्तुओं के आयात से राजस्व आठ फीसदी बढ़ा है, जबकि घरेलू लेन-देन से राजस्व (सेवाओं के आयात सहित) अवधि में 18 फीसदी बढ़ा है।
दरअसल दिसंबर लगातार 10वां महीना है, जब जीएसटी राजस्व 1.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। हालांकि, अप्रैल में जीएसटी राजस्व संग्रह 1.68 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहंच गया था, जबकि अब तक का दूसरा सबसे बड़ा जीएसटी राजस्व संग्रह अक्टूबर में 1.52 लाख करोड़ रुपये रहा है।